वज़ीरे आला हेमंत सोरेन ने कहा कि रियासत की आवाम हुकूमत के कामकाज से मायूस है। हम आवाम का यकीन नहीं जीत पाये हैं। महज़ पुलिस ही नहीं, बल्कि तमाम महकमों की एक ही हालत है। लोग हुकूमत पर एतमाद नहीं कर रहे हैं। वज़ीरे आला जुमा को डोरंडा वाक़ेय जैप-वन अहाते में झारखंड पुलिस ड्यूटी मीट के एख्तेताम तक़रीब में बोल रहे थे। उन्होंने कहा : गैर कानूनी कानकुनी की बात होती है, हम माइनिंग महकमा का नाम लेने लगते हैं यह गलत है।
फर्ज़ के साथ-साथ हमें हर गलत वाकियात पर रद्दो अमल ज़हीर करनी होगी, तभी मुअदनियात की लूट रुकेगी। 26 सितंबर को प्रोजेक्ट इमारत में मुनक्कीद ब्लड डोनेशन कैंप का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा : मुआशरे के ताईन भी हमलोगों का कुछ ज़िम्मेदारी है। रियासत में गरीब खून का इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं। प्रोजेक्ट इमारत में ब्लड डोनेशन कैंप लगा, तो खुशी हुई।
उम्मीद थी कि अफसर जरूर हिस्सा लेंगे, लेकिन पता चला कि इतने बड़े सचिवालय में महज़ 60 लोगों ने ही ब्लड दिया। इनमें भी सरकारी मुलाज़मीन महज़ 25-30 ही थे। किसी भी अफसर ने खून अतिया नहीं किया। खून देने से घटता नहीं है। ऐसे काम के लिए हमें आगे आना होगा।