हुसूले अराज़ी क़ानून के नफ़ाज़ में रियासतों को इख़्तियारात ज़रूरी

हैदराबाद 13 अगस्त:पार्लियामेंट में हुसूल अराज़ी बिल पर पाए जानेवाले तात्तुल के पस-ए-मंज़र में चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चन्द्रशेखर राव‌ ने कहा कि हुसूल अराज़ी क़वानीन के नफ़ाज़ के लिए रियासतों को भी इख़तियार दिया जाना चाहीए।

चीफ़ मिनिस्टर ने कन्फेडरेशन आफ़ इंडियन इंडस्ट्री की तरफ से मुनाक़िदा एक मुशावरती सेशन के दौरान कहा कि अराज़ी मसाइल के लिए रियासतों को उनका अपना क़ानून बनाने की इजाज़त देना बेहतर होगा।

रियासतों को ये इख़तियार दिया जाये कि वो हुसूले अराज़ी के लिए ख़ुद अपना क़ानून बनाएँ। उनकी ज़रूरत के मुताबिक़ रियासतें क़ानून बना सकती हैं। हमने मर्कज़ी हुकूमत से भी यही कहा है और तवक़्क़ो करते हैंके मर्कज़ से मुसबित जवाब मिलेगा। एक सवाल का जवाब देते हुए चन्द्रशेखर राव‌ ने कहा कि हुकूमत ने तेलंगाना रियासत को अनाज पैदा करने वाला मर्कज़ी मुक़ाम बनाने का अह्द कर लिया है।

तेलंगाना को बेहतर पैदावारी रियासत बनाया जाएगा। तेलंगाना रियासत माहौलियाती तबदीली, बारिश और ज़रख़ेज़ ज़मीन की हामिल रियासत है। हमने काशतकारी के लिए 500करोड़ रुपये मुख़तस किए हैं। आइन्दा तीन ता चार साल के दौरान बड़े आबपाशी प्रोजेक्टस को मुकम्मिल कर लिया जाएगा।