हैदराबाद। ०४जून (प्रैस नोट)। रोज़नामा सियासत और उलूम इस्लामिया की अज़ीम देनी दरसगाह जामिआ निज़ामीया के ज़ेर-ए-एहतिमाम दीनी तालीमी गरमाई कोर्स 24अप्रैलता 31 मई जारी रहा। यक्म जून को इमतिहान लिया जा कर जून 2012 -ए-जामिआ निज़ामीया मैं जलसा तक़सीम अस्नाद मुनाक़िद हुआ -मुफ़क्किर इस्लाम हज़रत मौलाना मुफ़्ती ख़लील अहमद साहिब शेख़ इलजा मआ जामिआ निज़ामीया ने जलसा को ख़िताब करते हुए फ़रमाया जामिआ निज़ामीया और सियासत के इश्तिराक से बुनियादी दीनी तालीम और और इस्लामी आदाब ज़िंदगी की तालीम का ये दसवां साल है।
साल हाल हैदराबाद-ओ-सिकंदराबाद में 119 मराकज़ और अज़ला में 90 मराकज़ क़ायम हुए इन मराकज़ में जुमला 14,987 तलबा ने इस्तिफ़ादा किया। 12,796 तलबा ने इमतिहान में शिरकत की जिस में 10,897 को कामयाब क़रार दिया गया जिन को आज अस्नाद दिए जा रहे हैं। मौलाना ने अपने ख़िताब को जारी रखते हुए कहा कि आज के इस पर फ़ितन दौर में नोनहा लॉन मिल्लत को इलम-ए-दीन की बुनियादी तालीम की सख़्त तरीन ज़रूरत है आज हर शख़्स अपने बच्चों को आली दुनियावी तालीम दिलाने केलिए जद वजहद कररहा है और दीनी तालीम से दूरी इख़तियार कररहाहै ये एक ना पसंदीदा बात है दुनियावी तालीम के साथ साथ इलम-ए-दीन की तलब निहायत ज़रूरी है मौलाना ने फ़रमाया कि दुनियावी तालीम से इंसान तरक़्क़ी तो करता है लेकिन अक़ल वफ़हम ज़िंदगी गुज़ारने की सलीक़ा मंदी सिर्फ़ इस्लामी तालीम और उसकी कमाहक़ा वाक़फ़ीयत में ही मुज़म्मिर है मौलाना ने औलिया तलबा से इज़हार ख़ुशी करते हुए फ़रमाया कि काबुल मुबारकबाद हैं वो वालदैन जो अपनी औलाद को इलम-ए-दीन की नेअमत से मालामाल करते हैं और उन्हें उस की तरफ़ तवज्जा दिलाते हैं।
उन्हों ने फ़रमाया कि सख़्त धूप के बावजूद असातिज़ा ने दूरदराज़ इलाक़ों में जा कर तालीम दी और इस में चंद मराकज़ पर कुछ कोताही भी हुई इंशाअल्लाह आइन्दा वो इस को दूर करेंगी। जनाब आमिर अली ख़ान न्यूज़ ऐडीटर रोज़नामा सियासत ने कहा कि दीनी मदारिस के असातिज़ा इस्लाम के सफ़ीर हैं जो दीन इस्लाम की इशाअत के लिए काम करते हींओर वो जामिआ निज़ामीया और सियासत की इस कोशिश में बराबर तआवुन कररहे हैं और ये सिलसिला दस साल से चल रहा है जलसा में ज़िम्मा दारान मराकज़ असातिज़ा किराम और तलबा की कसीर तादाद शरीक थी। शहि नशीन पर मौलाना मुफ़्ती ख़लील अहमद साहिब शेख़ इलजा मआ जामिआ निज़ामीया मौलाना सय्यद अहमद अली साहिब मोतमिद जामिआ निज़ामीया मौलाना डाक्टर मुहम्मद सैफ-उल्लाह साहिब शेख़ अलादब जामिआ निज़ामीया मौलाना क़ाज़ी सय्यद लतीफ़ अली कादरी साहिब नायब मुहतमिम कुतुब ख़ाना जामिआ निज़ामीया मौलाना हाफ़िज़ मुहम्मद उबीद अल्लाह फ़हीम कादरी मुल्तानी साहिब मुंतज़िम जामिआ निज़ामीया मौलाना सय्यद नेअमत अल्लाह कादरी साहिब मुअद्दब जामिआ मोलान मुहम्मद इमतियाज़ अहमद साहिब दारोगा जामिआ मौजूद थी। जिन मराकज़ के अस्नाद हासिल नहीं किए गए उन से ख़ाहिश है कि वो फ़ौरन दफ़्तर मोतमदी जामिआ निज़ामीया से अपने मराकज़ के अस्नाद हासिल करलीं। मज़ीद तफ़सीलात फ़ोन नंबर 24416847 पर मालूम की जा सकती हैं।