हैदराबाद 06 अप्रैल नेजवान नसल को मयारी तालीम फ़राहम करना बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है । नेजवानों को एसी तालीम दी जाये ताके वो आसानी से रोज़गार हासिल करसकें ।
इस ख़सूस में हुकूमत हुसूल तालीम को आसान बनाने के लिए इक़दामात कर रही है । मर्कज़ी मुमलिकती वज़ीर फ़रोग़ इंसानी वसाइल जतिन प्रशाद ने कहा कि हिन्दुस्तान को तमाम के लिए मयारी तालीम देने सख़्त जद्द-ओ-जहद करने की ज़रूरत है ।
ये हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम पूरी आबादी को तालीम से आरास्ता करें और उन्हें रोज़गार आसानी से हासिल होसके । मुमलिकती वज़ीर यहां हिन्दुस्तानी फासलाती तालीम एसोसीएशन् की तरफ से मुनाक़िदा तीन रोज़ा बेन उल-अक़वामी कांफ्रेंस का इफ़्तिताह करने के बाद ख़िताब कर रहे थे ।
मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनीवर्सिटी के फासलाती तालीम के डायरेक्टरेट के तआवुन से ये कांफ्रेंस मुनाक़िद की गई ।