हुसैन सागर का शिकम भी अब महफ़ूज़ नहीं। हुसैन सागर तालाब पर की जाने वाली नाजायज़ क़ब्ज़ाजाती कोशिशें उरूज पर है। तालाबों के तहफ़्फ़ुज़ के लिए कोशां तंज़ीम सोल की जानिब से मुतअद्दिद मर्तबा नुमाइंदगियों के बावजूद तालाब के शिकम में मुस्तक़िल ढाँचों की तैयारी की कोशिशें जारी है और मज़हबी अलामात की तामीर के ज़रीए हुसैन सागर के शिकम में भरत डालते हुए क़ब्ज़ा किया जा रहा है।
गुज़िश्ता चंद दिनों क़ब्ल मजलिस बल्दिया अज़ीम तर हैदराबाद और हैदराबाद मेट्रो पोलीटन डेवलप्मेंट अथॉरीटी की जानिब से मुशतर्का कार्रवाई करते हुए नाजायज़ तामीरात को जुज़वी नुक़्सान पहुंचाया गया और क़ब्ज़ा को बरख़ास्त करवाने के बजाय अधूरा काम छोड़कर ओहदेदार रवाना हो गए।
SOUL की जानिब से मजलिस बल्दिया अज़ीम तर हैदराबाद की अधूरी कार्रवाई पर हैरत का इज़हार करते हुए मुताल्लिक़ा मह्कमाजात के आला ओहदेदारों को मकतूब रवाना किया गया और उन से फ़ौरी मुदाख़िलत करते हुए क़ब्ज़ाजात की बरख़ास्तगी की ख़ाहिश की गई है।
लुबना सरवत, जसवीन जएरथ, आज़म के इलावा दीगर की जानिब से रवाना कर्दा मकतूब में बताया गया कि नाजायज़ काबिज़ीन ज़ख़ाइर आब और तालाबों के तहफ़्फ़ुज़ के मुताल्लिक़ क़ानून WALT Act 2002 की संगीन ख़िलाफ़वर्ज़ी करते हुए तालाब के शिकम को भरने में मसरूफ़ हैं।
तंज़ीम सोल की जानिब से मुतालिबा किया गया कि फ़ौरी तौर पर हुसैन सागर के तहफ़्फ़ुज़ के लिए इक़दामात का आग़ाज़ करते हुए जो पक्की तामीरात करने की कोशिशें की जा रही है उन्हें मुनहदिम किया जाए और नाजायज़ क़ब्ज़ाजात को बरख़ास्त करवाने में किसी किस्म की कोताही ना की जाए।