हुस्नी मुबारक और बेटों की सज़ाए क़ैद बरक़रार

मिस्र की आला तरीन अपील अदालत ने माज़ूल सदर हुस्नी मुबारक और उनके दो बेटों को करप्शन की पादाश में सुनाई जाने वाली तीन साला क़ैद की सज़ा को बरक़रार रखा है। फ़ौरी तौर पर ये मालूम नहीं हो सका कि हुस्नी मुबारक कब तक जेल में रहेंगे।

गुज़िश्ता बरस अक्तूबर में उनके दोनों बेटों को रिहा कर दिया गया था क्योंकि वो पहले ही सज़ा की मुद्दत पूरी कर चुके थे। 87 साला हुस्नी मुबारक 2011 में अपनी ऐवान इक़्तेदार से बेदखली के बाद गिरफ़्तारी का ज़्यादा वक़्त फ़ौजी हस्पताल में गुज़ारा है।

गुज़िश्ता बरस मई में एक मिस्री अदालत ने उन्हें और उनके दो बेटों को 16 मिलियन डॉलर खिर्द-बुर्द करने के इल्ज़ाम में तीन बरस क़ैद की सज़ा सुनाई थी। ये रक़म सदारती महलात की मुरम्मत के लिए मुख़तस थी। उन्हें सोला मिलियन डॉलर के इलावा मज़ीद 21 मिलियन मिस्री पाऊंड बतौर जुर्माना अदा करने का भी पाबंद बनाया गया था।