हैदराबाद 07 जुलाई: हुस्सामुद्दीन ट्रस्ट के ज़िम्मेदारों ने अली मंज़िल मौक़ूफ़ा जायदाद को मंज़रे आम पर लाने और इस कीमती जायदाद की मुबयना मुआमलत के बारे में रिपोर्ट शाय करने पर एडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ान का शुक्रिया अदा किया।
ट्रस्ट के मुतवल्ली हज़रत सयद अबदुल्लाह , मुहम्मद इब्राहीम , साद उल्लाह हुसैनी सेक्रेटरी-ओ-जी पी ए ने राक़िम उल-हरूफ़ को बताया कि रोज़नामा सियासत ने इस जायदाद के बारे में हक़ायक़ को मंज़रे आम पर लाते हुए बहुत बड़ा काम किया है।
उन लोगों ने जिन की उमरें 80 ता 90 बरस की हैं बताया कि 1965 में ये इमारत वक़्फ़ की गई थी। जिस का मक़सद बिरादरी के यतीम-ओ-यसीर बच्चों और बेवाओं की ख़िदमत था।
अगरचे इस इमारत की हिफ़ाज़त की जा रही थी लेकिन अंदरूनी तौर पर क्या साज़िशें रची जा रही थीं इस बारे में वो लाइलम थे। और रोज़नामा सियासत के ज़रीय्रे ही हमें इस का इलम हुआ।
हुसामउद्दिन ट्रस्ट के इन ओहदेदारों ने अली मंज़िल की मुआमलत करने वालों को क़ानूनी कार्रवाई का इंतिबाह देते हुए कहा कि इस बारे में पहल करने वाले नताइज के ख़ुद ज़िम्मेदार होंगे।
उन लोगों ने ये भी बताया कि वो बड़ी ख़ामोशी से मिली ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं। जिस का सिलसिला जारी रहेगा और हम अपनी जायदाद का हर हाल में तहफ़्फ़ुज़ करेंगे।