क़ाहिरा, 04 जनवरी: (एजेंसी) दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम ग्रुप ने फ़्रांस की एक मैगज़ीन की जानिब से हुज़ूर स०अ०व० की शान ए अक़्दस में गुस्ताख़ी करते हुए कार्टून्स पर मबनी सवानिह शाय करने पर शदीद एहतिजाज किया है। तंज़ीम इस्लामी कारपोरेशन (ओ आई सी) के सेक्रेटरी जनरल अकमल उद्दीन ने एक बयान में कहा कि मज़हबी असास पर दिल आज़ारी, इश्तेआल अंगेज़ी और गुस्ताखाना हरकतों को हरगिज़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मैगज़ीन की जानिब से कार्टूनों पर मबनी सवानिह बैन-उल-अक़वामी हुक़ूक़-ए-इंसानी क़वानीन के मुतज़ाद है। मुसलमानों की दिल आज़ारी सहाफ़ती ज़िम्मेदारीयों के उसूलों के यकसर मुग़ाइर है। इज़हार-ए-ख़्याल की आज़ादी का बेहूदा इस्तेमाल किया जा रहा है। फ़्रांस की मैगज़ीन Charlie Hebdo ने 2 जनवरी को कार्टूनों के साथ सवानिह शाय किए हैं।
मैगज़ीन के पब्लीशर ने इस इशाअत को क़तई हलाल लफ़्ज़ से दुरुस्त क़रार देने की कोशिश की है। इसने अरबी लफ़्ज़ हलाल का इस्तेमाल किया और उसकी ये हरकत शरीयत में नाक़ाबिल माफ़ी जुर्म है। सितंबर में भी इस मैगज़ीन ने कार्टून शाय किए थे। तुर्की में भी इस मैगज़ीन की शर पसंदाना हरकतों के ख़िलाफ़ एहतिजाज किया गया है।
वज़ीर-ए-आज़म तुर्की रजब तय्यब अरदगान के सयासी मुशीर इबराहीम केलियन ने कहा कि इस्लाम में हुज़ूर स०अ०व० की शबिया या उनके बारे में मुख़्तलिफ़ राय ज़नी करना ख़िलाफ़ ए शरीयत है और ये नाक़ाबिल माफ़ी जुर्म है। उन्होंने कहा कि मैगज़ीन के ज़िम्मेदारों का जो कुछ नज़रिया है , वो इश्तेआल अंगेज़ है।
शान-ए-रिसालत में गुस्ताख़ी को इस्लाम में मुस्तौजिब सज़ा क़रार दिया गया है। 2005 में भी डेनमार्क के एक अख़बार ने गुस्ताखाना कार्टून्स शाय किए थे जिनके ख़िलाफ़ आलम इस्लाम में और मग़रिबी दुनिया में शदीद एहितजाजी मुज़ाहिरे हुए थे।