यमन में हुकूमत मुख़ालिफ़ ईरान नवाज़ हूसी बाग़ीयों की जानिब से मुज़ाकरात के लिए वज़ा कर्दा शराइत की ख़िलाफ़वर्ज़ी और ग़ैर लचकदार रवैय्ये के बाइस रवां माह होने वाले मुज़ाकरात मुल्तवी हो गए हैं।
यमन के वज़ीरे ख़ारजा अब्दुल मालिक अल मख़लाफ़ी ने अल अर्बिया से बात करते हुए कहा कि हुकूमत और बाग़ीयों के नुमाइंदों के दरमयान 14 जनवरी को मुज़ाकरात पर इत्तिफ़ाक़ किया गया था मगर हूसीयों की जानिब से बात-चीत के लिए तय कर्दा शराइत और ज़वाबत की ख़िलाफ़वर्ज़ी के नतीजे में बात-चीत मुल्तवी कर दी गई है।
उन्हों ने कहा कि हूसीयों की जानिब से ताज़ का मुहासिरा ख़त्म करने और यरग़मालियों को रिहा करने की शराइत से इत्तिफ़ाक़ नहीं किया जिसके बाद मुज़ाकरात मुल्तवी कर दिए गए हैं।
एक सवाल के जवाब में अल मख़लाफ़ी का कहना था कि अक़्वामे मुत्तहिदा के ख़ुसूसी एलची इस्माईल अलशेख़ जल्द ही सनआ रवाना हो रहे हैं जहां वो हूसीयों को 20 या 23 जनवरी को जिनेवा में होने वाले मुज़ाकरात की शराइत पर क़ाइल करने की कोशिश करेंगे।