यमनी सदर मंसूर हादी ने एक मर्तबा फिर ईरान पर हूसी मिलिशिया की फंडिंग का इल्ज़ाम लगाया है। उन्होंने ये इल्ज़ाम मंगल की शब अंकरा में अपने तुर्क हम मन्सब रजब तैयब उर्दुगान के साथ एक प्रैस कान्फ़्रैंस में दोहराया।
इस मौक़ा पर अपने मुल्क में ईरान की हालिया मुदाख़िलत का हवाला देते हुए यमनी सदर ने बावर किराया कि ईरान के लिए इस बात से इनकार मुम्किन नहीं कि वो मिलिशियाओं को माली रक़ूम और असलहा फ़राहम कर रहा है। उन्होंने बताया कि यमनी हुक्काम ने अपनी जेलों में ईरानी पासदाराने इन्क़िलाब और लेबनान की हिज़्बुल्लाह की मिलिशियाओं के अरकान को क़ैद में रखा हुआ था।
हादी ने इन्किशाफ़ किया कि उन्हें हिज़्बुल्लाह के सेक्रेट्री जनरल हसन नसरुल्लाह का एक ख़त मौसूल हुआ जिससे यमन में बाग़ी मिलिशियाओं की सपोर्ट और फ़ित्ना भड़काने में हिज़्बुल्लाह के मुलव्विस होने की एक बार फिर तसदीक़ होती है।
उन्होंने वाज़ेह किया कि हसन नस्रूल्लाह ने ख़त में ये बात पहुंचाई कि “यमन में बरसरे जंग हमारे अरकान लोगों को रियासत कारी सिखाने आए हैं!” इस से एक बार फिर मुल्क में दहशतगर्दों के बाहमी ताल्लुक़ का के शवाहिद मिलते हैं।