मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की पूर्व एटीएस प्रमुख शहीद हेमंत करकरे पर की गई टिप्पणी को लेकर बवाल अभी थमा भी नहीं कि इसी बीच लोकसभा अध्यक्ष और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन ने करकरे की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं.
महाजन ने कहा कि कर्तव्य निभाते हुए करकरे की मौत हुई, इसलिए वह शहीद हैं, लेकिन एटीएस चीफ के तौर पर उनकी भूमिका ठीक नहीं थी.
महाजन ने अखबार को बताया, हेमंत करकरे के दो पहलू थे. उनकी ड्यूटी के दौरान मौत हुई, इसलिए वह शहीद हैं. लेकिन अगर एक पुलिस अधिकारी के तौर पर उनकी भूमिका ठीक नहीं थी, तो हम कहेंगे कि वह सही नहीं थे. उन्होंने कहा, उनके पास इस बात का कोई सुबूत तो नहीं है, लेकिन सुना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भोपाल से पार्टी प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के करकरे से काफी अच्छे संबंध थे.
महाजन पर पलटवार करते हुए दिग्विजय ने ट्वीट किया, ”सुमित्रा ताई, मुझे गर्व है कि आपने मेरा नाम अशोक चक्र विजेता शहीद हेमंत करकरे के साथ जोड़ा. आपकी पार्टी उन्हें अपमानित कर सकती है, लेकिन मैं देश के हित, एकता, अखंडता और संप्रभुता की बात करने वालों का हमेशा समर्थन करता रहूंगा. मुझे गर्व है कि मैंने बजरंग दल और सिमी दोनों पर प्रतिबंध लगाने की हिम्मत दिखाई. मैंने हमेशा देश हो शीर्ष पर रखा है, न कि ओछी राजनीति को.”
सुमित्रा ताई, मुझे गर्व है कि अशोक चक्र विजेता शहीद हेमंत करकरे के साथ आप मुझे जोड़ती हैं।आपके साथी उनका अपमान भले ही करें, मुझे गर्व है कि मैं सदैव देशहित, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की बात करने वालों के साथ रहा हूँ। https://t.co/6vD0i0UZF2
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 29, 2019