रांची 26 अप्रैल : देवघर कॉलेज वाकेय अकलियत हॉस्टल को दर्ज फेहरिस्त कबायल हॉस्टल बनाये जाने पर साबिक़ नायब वज़ीरे आला हेमंत सोरेन और हाजी हुसैन अंसारी ने एतराज़ ज़ाहिर की।इस मामले को लेकर जुमेरात को दोनों ने गवर्नर डॉ सैयद अहमद से मुलाकात कर मुदाख्लत करने की दरख्वास्त की। इस बाबत एक मेमोरेंडम भी सौंपा गया है।
साबिक़ वज़ीर हाजी हुसैन अंसारी ने बताया कि देवघर कॉलेज वाकेय अकलियत हॉस्टल में अकलियत तालिबे इल्म रह रहे हैं. अब उन तालिब इल्मों को हटाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि यह हॉस्टल कबायल तलिबों के लिए है। इसके लिए 19.8.2009 को कबायली बहबूद कमिश्नर की तरफ से जारी हुक्म का हवाला दिया जा रहा है।
इस हुक्म में हिंदी विद्यापीठ अहाते में वाकेय दर्ज फेहरिस्त कबायल हॉस्टल को देवघर कॉलेज वाकेय अकलियती हॉस्टल मुन्ताकिल किया गया है। अंसारी ने कहा कि इसके बावजूद अकलियत तालिब इल्म वहां रह रहे थे। यह हॉस्टल अकलियत बजट की रक़म से तामीर है। इतने तुविल वक़्त के बाद मज्कुरह हुक्म का हवाला देकर तालिब इल्म को हॉस्टल खाली करने कहा जा रहा है, जो गलत है।गवर्नर से 19.8.2009 के हुक्म को मनसुख करने की मांग की गयी है।