हेमंत सोरेन हुकूमत की काबीना का तौसिह

हेमंत सोरेन हुकूमत की काबीना का इतवार को पहला तौसिह हो गया। राजभवन के बिरसा मंडप में राज्यपाल डॉ सैयद अहमद ने झामुमो के चार और कांग्रेस-राजद के एक-एक वज़ीर को हलफ दिलायी। झामुमो की तरफ से चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, साइमन मरांडी और जयप्रकाश भाई पटेल को वज़ीर बनाया गया है। कांग्रेस से गीताश्री उरांव और राजद से सुरेश पासवान वज़ीर बने हैं। वजीरे आला हेमंत सोरेन ने वज़ारत, कार्मिक, कानून, सड़क, काबीना सेक्राटरी, काबीना निगरानी, काबीना एलेक्शन समेत वैसे तमाम महकमा अपने पास रखे हैं, जो किसी को अलोट नहीं किये गये हैं।

हाजी हुसैन अंसारी को इमारत की तामीर व सनअत शोबे की जिम्मेदारी मिली है। चंपई सोरेन ट्रांसपोर्ट और खोराक की फराहमी महकमा संभालेंगे। साइमन मरांडी को फ्लाह व बहबूद, आकलियाती बहबूद, एनआरइपी खुसुसि डिविसन व देही काम महकमा की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। वहीं जयप्रकाश भाई पटेल को शहर तरक़्क़ी और मसनुआत महकमा दिया गया है। कांग्रेस कोटे से वज़ीर बने राजेंद्र सिंह को खज़ाना, सांस्थिक फ़ाइनेंस, क़ौमी बचत समेत वाजीकर, तूअनाई, सेहत महकमा दिया गया है। उनके पास पहले से ही पार्लियामनी काम महकमा है। गीताश्री उरांव को इंसानी वसायल तरक़्क़ी महकमा, खेलकूद और नौजवान काम, फन सकाफत की जिम्मेदारी दी गयी है। राजद कोटे से वज़ीर बने अन्नपूर्णा देवी को पानी वसायल, समाज बहबूद बच्चे की तरक़्क़ी व शरायत की जिम्मेदारी सौंपी गयी है, वहीं सुरेश पासवान सैयाहत व हाउसिंग वज़ीर होंगे।

इत्तेहादी पार्टियों और आज़ाद अससेंबली अरकान में जोश नहीं

हलफ बरदारी तकरीब को लेकर इत्तेहादी जमातों और आज़ाद एसेंबली रुक्न में जोश नहीं दिखा। झामुमो, कांग्रेस और राजद के अंदर की सियासत गरम रही। इत्तेहादी जमातों के कई एसेंबली रुक्न ने तकरीब से दूरी बनायी। कांग्रेस के एसेंबली रुक्न डॉ सरफराज अहमद, ददई दुबे, मन्नान मल्लिक और केएन त्रिपाठी नहीं आये। झामुमो के एसेंबली रुक्न हेमलाल मुरमू , विद्युत वरण महतो और लोबिन हेंब्रम भी नहीं पहुंचे।

झामुमो-राजद का कोटा हुआ पूरा

काबीना में झामुमो और राजद का कोटा पूरा हो गया। झामुमो से वजीरे आला समेत पांच एसेंबली अरकान को कैबिनेट में जगह मिली है। कांग्रेस के कोटे से अभी तीन और एसेंबली रुक्न को वज़ीर बनाया जाना है। अगले मरहले में कांग्रेस के एसेंबली अरकान को काबीना में शामिल कराया जायेगा।

समारोह में ये मौजूद थे

वजीरे आला हेमंत सोरेन, एसेंबली सादर शशांक शेखर भोक्ता, वज़ीर राजेंद्र प्रसाद सिंह और अन्नपूर्णा देवी, शिबू सोरेन, एमपी सुबोधकांत सहाय, प्रदीप बलमुचु समेत इत्तेहादी जमातों के एसेंबली रुक्न और आला अफसर। चीफ़ सेक्राटरी आरएस शर्मा ने तकरीब में वजरा की तकर्रुरी मुतल्लिक़ नोटिफिकशन पढ़ी।