हेमंत हों सीएम तो कांग्रेस के साथ सरकार बनाने से कोई गुरेज़ नहीं झामुमो को

रांची/बोकारो 22 मई : झामुमो को कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने से कोई गुरेज़ नहीं। बशर्ते हेमंत सोरेन वज़ीरे आला बनें। इत्तेहाद की इस हुकूमत में झामुमो सबसे बड़ी पार्टी होगी। पर, सरकार बनने के पहले कांग्रेस कोई शर्त नहीं रखे। यह राय मंगल को बोकारो में झामुमो की मर्कजी कार्यसमिति की बैठक में पहले दिन उभरकर सामने आई है।

बैठक में बारह असेंबली रुकन और तमाम अजला के सदर और सेक्रेटरी ने साफ कहा कि अवाम ने नुमय्न्दों को पांच साल के लिए चुना है। समय से पहले इन्तेखाबात कराना जनता के साथ नाइंसाफी होगी। इसके बाद सभी ने आखरी फैसला पार्टी सरबराह शिबू सोरेन पर छोड़ दिया। बैठक में भाजपा को मतलब परस्त पार्टी करार दिया गया। कहा कि भाजपा ने वादाखिलाफी की।

झारखंड पर राहुल ने ली बैठक

झारखंड में हुकूमत तशकील और एत्तेहर के साथियों के सवाल पर पहली बार राहुल गांधी ने नई दिल्ली में कांग्रेस की इंतेखाब साबिक इत्तेहाद कमेटी के रुकनों के साथ बैठक की। बैठक में इत्तेहाद कमेटी के चेयरमैन एके एंटनी, पार्टी जनरल सेक्रेटरी जनार्दन द्विवेदी, अहमद पटेल, जितिन प्रसाद, सूबे के इंचार्ज डॉ. शकील अहमद और रियासती सदर सुखदेव भगत और कांग्रेस असेंबली रुकन दल के लीडर राजेंद्र सिंह ने हिस्सा लिया।

मंगल की बैठक में कोई फैसला नहीं हो सका। बुध को दोबारा राहुल गांधी के बैठक लेने की उम्मीद है। राहुल ने हुकूमत तशकील के मामले पर सुखदेव भगत से जानना चाहा कि वहां पार्टी को पहल करनी चाहिए या नहीं। अगर इन्तेखाबात में पार्टी अकेले जाती है तो क्या होगा।