रांची एयरपोर्ट पर हेलीकॉप्टर में उड़ान के वक़्त अचानक धुआं निकलने से झारखंड दौरे पर आये कांग्रेस नायब सदर राहुल गांधी किसी अनहोनी से बाल-बाल बचे। इस वजह गुमला में इंतिखाबी सभा को खिताब नहीं कर पाये। उनकी सभा मंसूख करनी पड़ी। राहुल गांधी मंगल को एक रोज़ा झारखंड दौरे पर आये थे। गोड्डा में इंतिखाबी सभा को खिताब करने के बाद उन्हें रांची हवाई अड्डा से हेलीकॉप्टर से गुमला जाना था। राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई सीनियर लीडर गुमला जाने के लिए हेलीकॉप्टर में बैठ चुके थे।
तभी झारखंड के रियासती इंचार्ज बीके हरि प्रसाद ने हेलीकॉप्टर के ऊपरी हिस्से से धुआं निकलते देखा। इसके बाद राहुल गांधी समेत दीगर लीडर हेलीकॉप्टर से बाहर आ गये। ये जानकारी रियासती सदर सुखदेव भगत ने सहाफ़ियों को दी। अपने रिहाइशगाह पर मुनक्कीद प्रेस कांफ्रेंस में मिस्टर भगत ने बताया कि हेलीकॉप्टर से जलने की बू भी आ रही थी। राहुल गांधी का दौरा मंसूख होने से कांग्रेस कारकुनान निराश है। उन्होंने बताया कि आगे इसकी भरपाई कैसे हो, इस पर गौर किया जा रहा है। कांग्रेस हेलीकॉप्टर में खराबी की तफ़सीश के लिए मुतल्लिक़ महकमा को खत लिखेगी।
सड़क रास्ते से जाने चाहते थे राहुल
कांग्रेस रियासती सदर ने बताया कि राहुल गांधी गुमला जाने के लिए आखिर तक कोसिश करते रहे। हेलीकॉप्टर खराब होने के बाद राहुल सिंगल इंजनवाले दूसरे हेलिकॉप्टर से गुमला जाने को तैयार थे, लेकिन डीजीसीए ने इसकी इजाजत नहीं दी। इसके बाद राहुल गांधी ने सड़क रास्ते से गुमला जाने की ख्वाहिस जतायी। रियासती सदर ने सड़क रास्ते के बारे में जानकारी मांगी। कांग्रेस एमएलए दल के लीडर राजेंद्र सिंह ने गाड़ी भी मंगा ली। पर इस दौरान दिन के तकरीबन दो बज गये थे। रियासती सदर ने राहुल गांधी को बताया कि गुमला जाते-जाते तकरीबन पांच बज जायेंगे। इसके बाद एसपीजी ने भी इजाजत देने से इनकार कर दिया। आखिरकार राहुल गांधी यहां से खुसुसि तैयारे से औरंगाबाद के लिए रवाना हो गये।
सभा मंसूख होने से राहुल गांधी को सुनने आये लोगों को मायूसी हाथ लगी। मिस्टर गांधी को दिन के एक बजे से गुमला में इंतिखाबी सभा को खिताब करना था। जब वह नहीं आये, तो चार बजे के बाद धीरे-धीरे भीड़ छंटने लगी। इससे पहले कांग्रेस के रियासती शरीक इंचार्ज तारा चंद भगोरा, तालीम वज़ीर गीताश्री उरांव और पार्टी उम्मीदवार डॉ रामेश्वर उरांव ने लोगों को खिताब किया। उन्होंने मुल्क के तरक़्क़ी के लिए कांग्रेस को वाहिद ऑप्शन बताया और लोगों को कांग्रेस के हक़ में वोटिंग करने की दरख्वास्त की। इससे पहले मंच का ऑपरेशन कर रहे कांग्रेसी लीडर तकरीबन दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक दर्जनों बार आवाम को राहुल गांधी का आने का दिलासा देते रहे।