मक्का मुकर्रमा में वाक़े हैदराबादी रबात में तेलंगाना के आज़मीने हज के क़ियाम को यक़ीनी बनाने के लिए हुकूमत ने संजीदा मसाई का आग़ाज़ किया है। मौजूदा रबात में आज़मीने हज के क़ियाम की इजाज़त हासिल करने के लिए डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली की जानिब से सेंट्रल हज कमेटी को मकतूब रवाना किया गया है।
सेंट्रल हज कमेटी से ख़ाहिश की गई कि आज़मीन के क़ियाम से मुताल्लिक़ इमारतों के इंतिख़ाब से क़ब्ल हैदराबादी रबात में क़ियाम के लिए सऊदी हुक्काम से इजाज़त हासिल की जाए जिसे उर्फ़ आम में तसरीह कहा जाता है।
सऊदी ओहदेदारों की जानिब से इमारतों के मुआइने के बाद आज़मीन के क़ियाम की गुंजाइश के एतबार से तसरीह जारी की जाती है। सेंट्रल हज कमेटी को तसरीह मिलने के बाद वो औक़ाफ़ कमेटी निज़ाम के नाम तसरीह जारी करती है।
इस मरहले के बगै़र आज़मीन को रक़म वापिस नहीं की जाती लिहाज़ा तेलंगाना हुकूमत जारीया साल हज के मौक़ा पर रबात में क़ियाम की सहूलत फ़राहम करने की कोशिश कर रही है।
गुज़िश्ता दो बरसों से औक़ाफ़ कमेटी और नाज़िर रबात के दरमयान तनाज़ा के सबब हैदराबादी रबात में क़ियाम मुम्किन ना हो सका था। वो वज़ीरे ख़ारजा सुष्मा स्वाराज से मुलाक़ात करते हुए तेलंगाना को ज़ाइद हज कोटा की मंज़ूरी के सिलसिले में नुमाइंदगी करेंगे।