हैदराबादी रुबात में आज़मीन को रवां साल क़ियाम की इजाज़त

मक्का मुकर्रमा में वाक़्ये हैदराबादी रुबात में तेलंगाना के आज़मीन-ए-हज्ज सिर्फ़ जारीया साल हज के मौके पर क़ियाम करसकते हैं जबकि आइन्दा साल ये इमारत तौसी हिर्म के सिलसिले में मुनहदिम की जा सकती है। इस बात की इत्तेला जेद्दाह में हिंदुस्तानी कौंसिल जनरल ने तेलंगाना हुकूमत को दी है।

तेलंगाना हुकूमत की तरफ से रुबात में क़ियाम की गुंजाइश और इमारत के मौक़िफ़ के बारे में मालूमात हासिल की गई थीं जिस के जवाब में कौंसिल जनरल ने बताया कि रुबात में 262 आज़मीन के क़ियाम की गुंजाइश मौजूद है और जारीया साल तौसी हिर्म के सिलसिले में इमारत मुनहदिम नहीं की जाएगी।

ताहम अंदेशा हैके आइन्दा साल ये इमारत तौसी का हिस्सा बन जाएगी जिस के बाद हुकूमत को आज़मीन के क़ियाम के सिलसिले में नई इमारत तलाश करनी होगी। वाज़िह रहे के मक्का मुकर्रमा में निज़ाम हैदराबाद की तक़रीबन 7 रुबातें मौजूद थीं जिन में से 6 हिर्म की तौसी की ज़द में आगए। मौजूदा इमारत में पिछ्ले दो साल से आज़मीन क़ियाम से महरूम हैं। नाज़िर रुबात और औक़ाफ़ कमेटी के दरमयान तनाज़ा के सबब ये मुम्किन नहीं होसका।