हैदराबाद 07 मई: रियासत तेलंगाना के मुख़्तलिफ़ अज़ला-ओ-शहरे हैदराबाद में शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने शहरीयों में ख़ौफ़ विहिर इस पैदा कर दिया।शहरे हैदराबाद-ओ-सिकंदराबाद में जुमेरात की शब के आख़िरी पहर में ख़ौफ़नाक घुन-गरज और बिजली की चमक के साथ आसमान फट पड़ा। तूफ़ानी आंधी-ओ-हवाओं के बाइस शहर के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर दरख़्त उखड़ कर गिरने लगे और जाबजा बिजली के तार बिखर गए। तेज़-रफ़्तार हवाओं के सबब शाहीननगर में वाक़्ये एक मकान की असबसतास की छत गिर पड़ी। इसी तरह कई नशीबी इलाक़ों में घंटों बारिश का पानी जमा रहा।
पुराने शहर के अलावा नए शहर के कई इलाक़ों में दरख़्त और होर्डिंग गिर पड़े। बारिश के आग़ाज़ के साथ ही शहर के बेशतर हिस्सों में बर्क़ी सरबराही मुनक़ते हो गई जो जुमा के दिन दोपहर तक भी बहाल नहीं की जा सकी।महकमा-ए-मौसीमीयत के मुताबिक देढ़ घंटे के दौरान 75 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है जिसकी पिछ्ले दस बरसों में कोई नज़ीर नहीं मिलती। रात के आख़िरी हिस्से में 3 बजकर 40 मिनट पर शुरू हुई बारिश का सिलसिला सुबह 6 बजे तक भी जारी रहा।नलगेंडा के मौज़ा वैलीगुंडा में बारिश के सबब रेल की पटरियों को नुक़्सान पहुंचा और ज़िला में आम की फ़सल तबाह हो चुकी है।
इसी तरह रियासत आंध्र प्रदेश के इलाक़ों विजयवाड़ा मशरिक़ी गोदावरी प्रकाशम गुंटूर और अनंतपूर में भी मूसलाधार बारिश रिकार्ड की गई। तेज़ हवाओं के सबब गुंटूर में होर्डिंग गिरने के सबब एक शख़्स की मौत वाक़्ये हो गई। अनंतपूर में बिजली गिरने से 20बकरे हलाक होने की इत्तेला है।
इस मूसलाधार बारिश में हुए माली नुक़्सानात का अंदाज़ा लगाना दुशवार है चूँकि शहर के कई नशीबी इलाक़ों में पानी घरों में दाख़िल होजाने के सबब इलेक्ट्रॉनिक अश्याय के अलावा दुसरे साज़-ओ-सामान नाकारा हो गया।रात देर गए घुन-गरज के साथ ही शहर के कई इलाक़े तारीकी में डूब गए थे।तेज़ बारिश के दौरान मोग़लपूरा कमान के रूबरू वाक़्ये पेट्रोल पंप से मुत्तसिल पंचर की दुकान में शॉर्ट सर्किट के सबब आग लग गई जिसके सबब दुकान शोला पोश हो गई।
शहर के नवाही इलाक़ों के अलावा शहर के कई मुक़ामात खैरताबाद सोमाजीगुड़ा माधापूर नामपल्ली लक्कड़ी का पुल जुबली हिलस् बंजारा हिलस अमीरपेट शाहअलीबंडा मोग़लपुरा चारमीनार अलीआबाद ताड़बन जहॉनुमा के इलाक़ों में दरख़्त गिर गए। नशीबी इलाक़ों तालाब कटटा याक़ूतपूरा भवानीनगर मुहम्मदनगर वर्म गड्डा राजिंदरनगर के कई मकानात में पानी दाख़िल होने की शिकायात मौसूल हुई।