हैदराबाद 12 अप्रैल: चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने ग्रेटर हैदराबाद में अवाम को बुनियादी सहूलतों की कमी और काई स्लम इलाक़ों की अबतर सूरते हाल का एतराफ़ करते हुए नौमुंतख़ब टीआरएस करपोटर्स को मश्वरह दिया कि वो शहर की तरक़्क़ी के लिए बुनियादी सतह से मसाइल का जायज़ा लें। तमाम करपोटर्स शहर के स्लम इलाक़ों का दौरा करते हुए अपने काम शुरु करें ताके उन्हें बुनियादी जरूरतों से वाक़फ़ीयत हासिल हो।
हुकूमत बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी के लिए 100 करोड़ रुपये जारी करने तैयार है। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि स्लम इलाक़ों से तरक़्क़ी का आग़ाज़ हो तो शहर को मन्सूबा बंद तरीकके से तरक़्क़ी दी जा सकती है।
चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि शहर की आबादी तक़रीबन एक करोड़ तक पहुंच चुकी है और उनके लिए दरकार बुनियादी सहूलतें मयस्सर नहीं। उन्होंने कहा कि शहरीयों के लिए ना ही ज़रूरत के मुताबिक़ मार्किट यार्डस मौजूद हैं और ना ही सरकारी बैत उल-ख़ला हैं। अज़ला से हैदराबाद पहुंचने वाले लोगें को बुनियादी सहूलतों की कमी का सामना है। उन्होंने कहा कि शहर की सड़कों की हालत अबतर है और आर टी सी बसों के लिए बस बेज़ की कमी है जिसके नतीजे में मसरूफ़ इलाक़ों में आरटीसी बसों के लिए अवाम का हुजूम देखा जाता है।
चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि ग्रेटर हैदराबाद मुंसिपल कारपोरेशन की आमदनी का एक एक पैसा शहर की तरक़्क़ी पर ख़र्च होना चाहीए और घेटालें के लिए कोई गुंजाइश ना हो। उन्होंने मेयर हैदराबाद को हिदायत दी के वो कोई भी फ़ैसला करपोटर्स से मुशावरत के बग़ैर ना करें और बलदिया के हर काम में मुकम्मिल शफ़्फ़ाफ़ियत होनी चाहीए।
चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि जिस तरह रुकने असेंबली सारी रियासत के अवाम का नुमाइंदा होता है , इसी तरह करपोटर्स भी सारे शहर का नुमाइंदा है, उसे सिर्फ अपने हलक़ा के बजाये सारे शहर की फ़िक्र करनी चाहीए।
जब तक ये जज़बा पैदा नहीं होगा, उस वक़्त तक शहर की तरक़्क़ी मुम्किन नहीं। उन्होंने कहा कि हैदराबाद की तारीख़ में पण्डित जवाहर लाल नेहरू के दौर के बाद ये दूसरा मौक़ा है जब किसी एक पार्टी ने बलदिया पर तन्हा इक़तिदार हासिल किया। उन्होंने कहा कि 150 के मिनजुमला 99 नशिस्तों पर टीआरएस की कामयाबी से करपोटर्स की ज़िम्मेदारीयों में इज़ाफ़ा
हो चुका।