हैदराबाद 03 नवंबर: ग्रेटर हैदराबाद में अगर जनसंख्या एक करोड़ है तो सभी वाहनों की संख्या 48,70,017 लाख है, जिसमें टू व्हीलर से आरटीसी और ख़ानगी सभी बसें शाल हैं। अगले 2 महीने में अधिक एक लाख गाड़ियां की वृद्धि होने की संभावना है। हैदराबाद में यातायात बहुत बड़ी समस्या बन गया है क्योंकि जितनी आबादी है उसकी आधी संख्या में गाड़ियां हैं मगर सड़कों का अनुपात बहुत कम है जिससे हैदराबाद में यातायात में फंस जाना आम हो गई है।
31 अक्टूबर 2016 तक उपलब्ध हुए रिकॉर्ड के अनुसार टू व्हीलर वाहनों की संख्या 35,66,361 लाख है। कारों की संख्या 8,33,577 लाख है। हमल-ओ-नक़ल के लिए इस्तेमाल होने वाले वाहनों की संख्या 2,05,469 है। ऑटो रिक्शा की संख्या 1,10,825 लाख, कयाबस की संख्या 72,732 हजार है। टरैक्टरस और अन्य वाहनों की संख्या 61,319 हजार है। स्कूल बसों की संख्या 10,786 हजार है। ख़ानगी बसों की संख्या 4,099 हजार है। आरटीसी बसों की संख्या 3,850 हजार है। ग्रेटर हैदराबाद में 3850 आरटीसी बसें 1052 मार्गों पर चलाई जाती हैं और वे हर दिन एक स्थान से दूसरे स्थान तक 42,000 ट्रिप्स करती हैं जिसमें 34 लाख जनता यात्रा करते हैं।
हैदराबाद में 121 एम एम टी एस ट्रेन्स चलाई जाती हैं जिसमें 1.5 लाख यात्रियों यात्रा करते हैं। बावजूद इसके मांग के अनुसार जनता को परिवहन प्रणाली उपलब्ध नहीं है। मेट्रो ट्रेन की शुरुआत से सड़कों पर यातायात का बोझ कम हो सकता है, लेकिन इसके निर्माण गतिविधियां धीमी गति से चल रही हैं।