हैदराबाद की 600 नादिर तसावीर का अलबम

क़ुतुब शाही दौर से 1956 तक हैदराबाद की पुर वक़ार तहज़ीब और शहर नशीनी आलमी उफ़ुक़ पर एक यादगार तारीख़ रखती है । वक़्त की गर्द ,उरूज-ओ-ज़वाल ,अदम निगहदाशत और मफ़ादात हासिला के नतीजा में रफ़्ता रफ़्ता उस की अज़मत के आसार मौहूम होते जा रहे हैं ।

जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ऐडीटर सियासत और अल्लामा एजाज़ फ़र्ख़ु ने बाहम मुशावरत के बाद ये तए किया है कि क़ुतुब शाही दौर से 1956 तक की नादिर रोज़गार तसावीर में से तक़रीबन 600 तसावीर का इंतिख़ाब बैन-उल-अक़वामी मेयार पर अलबम की सूरत में शाय किया जाय ।

ये अलबम क़ीमती इंपोर्टेड आर्ट पेपर पर लिमेटेड ऐडीशन शाय होगा । तसावीर की क़दामत के पेशे नज़र उन की दरूस्तगी के लिए जदीद तरीन सॉफ्टवेअर हासिल किया गया है । इस पर माहिरीन अल्लामा एजाज़ फ़र्ख़ु की ज़ेर निगरानी काम कर रहे हैं । ये अलबम अह्द वार इमारात ,वाक़ियात ,अफ़राद ,कारनामों,सिके ,डाक टिकट,लिबास ,जे़वरात और अजाइब पर मुश्तमिल रखने की कोशिश की जा रही है ।

तवक़्क़ो है कि इदारा सियासत की ये पेशकश अपनी नज़ीर आप होगी । ताहाल उस की क़ीमत का ताय्युन नहीं किया गया है । इस लिए कि इस की आरास्तगी में कोई कसर बाक़ी ना रखने की सुई की जा रही है । क़ीमत का ताय्युन उस की लागत पर होगा ।

ख़ाहिशमंद हज़रात पेशगी बुकिंग 500 रुपये दफ़्तर सियासत में जमा करवा कर रसीद हासिल फ़रमाएं । ये अलबम महदूद तादाद में सिर्फ ख़ाहिशमंद अफ़राद के लिए शाय किया जा रहा है ।