हैदराबाद को इस्तांबूल के ख़ुतूत पर तरक़्क़ी देने का अज़म

तेलंगाना में मुक़ीम तुर्की अवाम को 91वीं यौमे जम्हूरीया की मुबारकबाद पेश करते हुए रियास्ती वज़ीर आई टी मिस्टर के टी रामा राव ने कहा कि रियास्ती इंतेज़ामीया तुर्की से दोस्ताना ताल्लुक़ात में इज़ाफे़ की ख़ाहां है।

आज यहां शहर की पाँच सितारा होटल ट्रेंड में मुनाक़िदा तुर्की की यौमे जम्हूरीया तक़रीब से मेहमाने ख़ुसूसी की हैसियत से ख़िताब करते हुए उन्हों ने कहा कि इस्तांबूल शहर की तरक़्क़ी से वो बहुत ज़्यादा मुतास्सिर हैं और तेलंगाना में इस्तांबूल और तुर्की के तर्ज़ पर तरक़्क़ी के ख़ाहिशमंद भी हैं।

उन्हों ने तेलंगाना में बैरूनी सरमायाकारी के लिए रियास्ती इंतेज़ामीया की जानिब से फ़राहम की जाने वाली रियायतों का भी इस मौक़ा पर हवाला देते हुए कहा कि दीगर तरक़्क़ी याफ़्ता ममालिक की तरह तुर्की के तिजारती इदारों की सरमाया कारी के लिए भी तेलंगाना रियासत के दरवाज़े खुले हैं।

मिस्टर के टी रामा राव ने मज़ीद कहा कि हालिया अर्से में तुर्की से रास्त हैदराबाद के लिए कार्गो फ़्लाईट का आग़ाज़ किया गया और मुझे उम्मीद है बहुत जल्द पैसेंजर फ़्लाईट भी रास्त हैदराबाद के लिए शुरू करदी जाएगी।

के टी आर ने कहा कि सालाना 40 मिलियन सैयाह की तुर्की से हिंदुस्तान आमद होती है जो हैदराबाद के स्याहत के लिए एक ख़ुश आइंद इक़दाम है। उन्हों ने तुर्की के 91वीं क़ौमी दिन पर तुर्की अवाम बिलख़सूस हिंदुस्तान में मुक़ीम तुर्की शहरीयों को तेलंगाना हुकूमत की जानिब से मुबारकबाद पेश की।

उन्हों ने मज़ीद कहा कि तुर्की और तेलंगाना के फ़न शाहकार में बड़ी हद तक मुमासिलत है। उन्हों ने तेलंगाना के शोबा स्याहत के फ़रोग़ के लिए भी हुकूमत तेलंगाना की जानिब से की जा रही काविशों का इस मौक़ा पर ज़िक्र किया।