हैदराबाद को सलम फ़्री शहर बनाने का मंसूबा

तेलंगाना हुकूमत हैदराबाद को सलम बस्तीयों से नजात दिलाने का मंसूबा रखती है। इस मंसूबे के तहत एक कसीर रक़म ख़र्च होनी है, अगर इस मंसूबे पर अमल होता है तो शहर हैदराबाद की 1700 बस्तीयों की तस्वीर बदल सकती है।

हुकूमत राजीव आवास योजना औरNNURM स्कीमात के तहत तजुर्बाती प्रोजेक्ट्स शुरू करने पर ग़ौर कर रही है। टी आर एस हुकूमत हैदराबाद को सलम बस्तीयों से नजात दिलाने के लिए ज़ाती मकान से महरूम ग़रीब अवाम को मकानात फ़राहम करने का मंसूबा बना रही है।

तेलंगाना के वज़ीरे आला के चंद्रशेखर राव ने हलफ़ बर्दारी के दूसरे ही दिन ग्रेटर हैदराबाद म्यूनसिंपल कारपोरेशन के हुक्काम के साथ जायज़ा इजलास तलब करके जी एच एम सी के हुक्काम को हैदराबाद में सलम बस्तीयों की निशानदेही करने की हिदायत दी थी।

के सी आर ने जी एच एम सी के हुक्काम को सलम बस्तीयों की निशानदेही करके इन बस्तीयों की जगह मकानात तामीर के लिए मंसूबा बंदी करने की हिदायत दी। वज़ीरे आला की हिदायत के बाद जी एच एम सी ने हैदराबाद की 1700 सलम बस्तीयों की निशानदेही करली है और पहले मरहला में 24 सलम बस्तीयों में तजुर्बाती तौर पर मकानात तामीर करने का फ़ैसला किया गयाहै।

ताहम हुक्काम का कहना है कि सलम बस्तीयों में मकानात की तामीर के लिए अलाहिदा फंड मंज़ूर नहीं किया गया है। इसी लिए मर्कज़ी और रियास्ती हुकूमत की दीगर स्कीमात के बजट को सलम बस्तीयों में मकानात की तामीर के लिए ख़र्च करने से मुताल्लिक़ ग़ौर किया जा रहा है।

वाज़ेह रहे कि 2014 के आम इंतिख़ाबात में टी आर एस ने बेघर ग़र्बियों को डबल बेडरूम वाला मकान फ़राहम करने का वाअदा किया है। हैदराबाद के सलम बस्तीयों से पाक करके टी आर एस हुकूमत अपना इंतिख़ाबी वाअदा पूरा करना चाहती है।