तेलंगाना जवाइंट एक्शण कमेटी के वफ़द ने सदर जमहूरीया हिंद परनाब मुखर्जी से मुलाक़ात करते हुए तेलंगाना रियासत की तशकील के एलान और सदर जमहूरीया की दस्तख़त के बाद तेलंगाना बिल की रियासती असेंबली को रवानगी पर सदर जमहूरीया हिंद का शुक्रिया अदा किया।
बादअज़ां जय ए सी ने 14 नकात पर मुश्तमिल एक मकतूब सदर जमहूरीया के हवाले किया जिस में टी जय ए सी ने हैदराबाद को दस सालों तक मुशतर्का सदर मुक़ाम क़ायम रखने की मुख़ालिफ़त की और कहा कि मुशतर्का सदर मुक़ाम की सूरत में दो साल से ज़्यादा का वक़फ़ा इलाके तेलंगाना के साथ एक ओ रासतहसाल का सबब बनेगा।
मकतूब में हाईकोर्ट की आजलाना तक़सीम तेलंगाना पब्लिक सर्विस कमीशन का क़ियाम मुशतर्का एंट्रेंस टेसट को बरख़ास्त करना आबादी के तनासुब और इलाक़ा वारी असास पर वज़ाइफ़ की तक़सीम जैसे उमूर मकतूब में शामिल किए गए।
जय ए सी ने सदर जमहूरीया को दिए गए मकतूब में दिल्ली के हैदराबाद हाउज़ जिस की तामीर आसिफ़ जाह साबह ने की थी पर हैदराबाद की मिल्कियत क़रार देते हुए कहा कि हैदराबाद हाउज़ और इस के आस पास की ज़मीन को तेलंगाना के हवाले किया जाये ताकि वहां तेलंगाना भवन का क़ियाम अमल में लाया जा सके।
वफ़द ने अपने मकतूब में कहा कि तेलंगाना तहरीक का आग़ाज़ इलाके तेलंगाना के सरकारी मुलाज़िमीन के साथ नाइंसाफ़ीयों की वजहा था लिहाज़ा इलाके तेलंगाना के सरकारी मुलाज़िमीन के साथ इंसाफ़ को यक़ीनी बनाने के लिए दरकार हिक्मत-ए-अमली पर फ़ैसले लिए जाएं ।