हैदराबाद धमाकों में सुरागों की तलाश तेज, इंडियन मुजाहिदीन पर शक

हैदराबाद, 23 फरवरी: सेक्युरिटी एजेंसियां हैदराबाद में दो धमाकों के बाद जुमे के दिन सुरागों की तलाश में जुटी रहीं। जांच एजेंसियों को कुछ मुम्किन सुराग मिल रहे हैं।

बम में इस्तेमाल आइईडी की अब तक की जांच से शक की सूई बार-बार इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) की तरफ घूम रही है। साथ ही दिलसुखनगर के भीड़ वाले इस इलाके में लगे एक सीसीटीवी से भी तस्वीरें साफ होने के आसार दिख रहे हैं।

एजेंसियों ने इस बात से इनकार कर दिया है कि तार कटे होने की वजह से सीसीटीवी काम नहीं कर रहा था। इस बीच, तीन जख़्मियों के दम तोड़ने के बाद इस दहशतगर्दी हमले में मरने वालों की तादाद 16 हो गई है, जबकि 119 लोग जख़्मि हैं।

धमाके की जांच कर रही हैदराबाद पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की मुश्तर्का टीइम आईएम के गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही है।

ज़राए के मुताबिक इस सिलसिले में जुमे को तिहाड़ में बंद आईएम के दहशतगर्द सैयद मकबूल और एक दूसरे दहशतगर्द से पूछताछ की गई। पिछले साल अक्तूबर में गिरफ्तार मकबूल ने दिल्ली पुलिस को पूछताछ में बताया था कि हैदराबाद में धमाके करने की साजिश है, जिसके लिए रेकी की जा चुकी है।

खुफिया एजेंसी आईबी और एनएसजी भी जांच में जुटी है। वज़ारत ए दाखिला का कहना है कि जांच की सही सिम्त दो से तीन दिन बाद ही तय हो पाएगी। वहीं, जांच में शामिल एक आफीसर ने कहा है कि धमाकों में इस्तेमाल आईईडी उसी तरह की हैं जो गोकुल चाट और लुंबनी पार्क के धमाकों में इस्तेमाल की गई थीं।

जांच में बम में अमोनियम नाइट्रेट के इस्तेमाल के इशारे मिले हैं। ज़राए के मुताबिक यह सभी सुराग इंडियन मुजाहिदीन की तरफ ही इशारा कर रहे हैं।

वहीं, खुफिया रिपोर्ट होने के बावजूद धमाके हो जाने को लेकर मरकज़ी हुकूमत अपोजिशन के निशाने पर आ गई है। कल पार्लियामेंट के दोनों सदनों में धमाके पर वज़ीर ए दाखिला सुशील कुमार शिंदे के बयान को अपोजिशन ने सिरे से नकार दिया। हालांकि

मरकज़ी हुकूमत ने हैदराबाद में कानून निज़ाम बनाए रखने के लिए मरकज़ी फोर्स के 500 अहलकारों को वहां रवाना किया है।

धमाके के तार यूपी के आजमगढ़ से जुड़ रहे हैं। इस तरह की खबरों के बाद जुमा को नोएडा आए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार ने बताया कि अभी तक इसके तार आजमगढ़ से जुड़ने की कोई इत्तेला हमारे पास नहीं है। हैदराबाद पुलिस ने यूपी पुलिस से कोई राबिता नहीं किया है। न ही एटीएस यूपी इस वाकिया में जांच के लिए आजमगढ़ गई है।

बम रखे होने की फर्जी इत्तेला ने जुमा को दिल्ली पुलिस को परेशान कर दिया। दिन भर में करीब आधा दर्जन फर्जी कॉल आए। इनमें कुछ इत्तेलाअत को संजीदगी से लिया गया। आंध्र भवन के पास लावारिस अटैची की इत्तेला पाकर पुलिस आफीसर मौके पर पहुंच गए थे। अटैची में सिर्फ कुछ कपड़े थे।

‍‍‍बशुक्रिया: अमर उजाला