हैदराबाद 2 मार्च : शुरूआती टेस्ट में कामयाबी के बाद हिंदूस्तानी टीम के हौसले बुलंद हैं और वो कल यहां ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट में कामयाबी के सिलसिला को बरक़रार रखते हुए सीरीज़ में अपने मौक़िफ़ को मजबूत करने का इरादा हैं ।
चेन्नाई टेस्ट में महेंद्र सिंह धोनी डबल सेंचुयरी और आफ़ स्पीनर रवी चंद्रन अश्विन के बेहतरीन मुज़ाहरे के बदौलत मेहमान टीम को हाराने के बाद हिंदूस्तानी टीम ने इंगलैंड की सीरीज़ में हुई शिकस्त के बाद तनआसानी से ख़ुद को महफ़ूज़ रखा है । धोनी और उनके साथी खिलाड़ीयों का इरादा है कि ऑस्ट्रेलिया को वो मौक़ा ना दिया जाय जैसा कि एलेस्टर कुक की ज़ेर-ए-क़ियादत इंगलैंड ने गुजिश्ता टेस्ट सीरीज़ में 2-1 की कामयाबी हासिल की थी ।
चेन्नाई टेस्ट में धोनी ने जो इनिंगज़ खेली है वो यक़ीनन सीरीज़ में असरअंदाज़ होने वाली इनिंगज़ है क्योंकि वो अहम मौके पर टेस्ट में भी बेहतर मुज़ाहरे किये है और इस इनिंगज़ के ज़रीये वो दूसरे खिलाड़ियों केलिए मिसाली बैटिंग की है । आख़िरी मर्तबा जब हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनैशनल स्टेडियम में टेस्ट मैच खेला गया तो इस मौक़ा पर हिंदूस्तान ने न्यूज़ीलैंड को एक इनिंगज़ और 115 रंस से शिकस्त दी थी जिस में अश्विन ने 85 रंज़ के बदले 12 खिलाड़ियों को आउट किया था ।
ये मुक़ाबले चौथे दिन ख़त्म हुआ था और अगर इस मौके पर मौसम मुक़ाबले पर असरअंदाज़ ना होता तो शायद दूसरे या तीसरे दिन ही खेल का नतीजा बरामद होजाता । हैदराबाद में फिर एक मर्तबा स्पीनरस केलिए साज़गार विकेट की उम्मीद की जा रही है जहां अश्विन के ज़ेर-ए-क़ियादत स्पेन शोबा से बेहतर मुज़ाहरे के बाद सीरीज़ में 2-0 की उम्मीद की जा रही है क्योंकि इसके बाद हिंदूस्तानी टीम को सीरीज़ में शिकस्त का ख़तरा बरक़रार ना रहने के अलावा ऑस्ट्रेलियाई टीम को वापसी केलिए काफ़ी जद्द-ओ-जहद करनी पड़ती है ।
मेज़बान टीम के 11 खिलाड़ियों के मुताल्लिक़ फ़िक्रमंद दिखाई नहीं देता है । ताहम मुक़ामी खिलाड़ी परज्ञान ओझा की घरेलू मैदान पर क़तई 11 खिलाड़ियों में शमूलियत अहम मौज़ू है जबकि पहले टेस्ट में नाकाम होने वाली ओपनिंग जोड़ी वीरेंद्र सहवाग और मुरली विजय को बरक़रार रखने का इमकान है क्योंकि हिंदूस्तानी कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी कामयाब टीम की सफ़ बंदी में तबदीलियों के इरादे नहीं हैं ।
बौलिंग शोबा ऐसा है जहां एक या दो तबदीली की उम्मीद की जा सकती है जैसा कि परज्ञान ओझा को घरेलू चाहने वालौ के रूबरू ऐक्शण का मौक़ा फ़राहम किया जा सकता है लेकिन ओझा की शमूलियत के बाद हरभजन सिंह का हटाया जा सकता है क्योंकि चेन्नाई टेस्ट में रवी चंद्रन अश्विन का मुज़ाहरा ग़ैरमामूली रहा तो ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने मुक़ाबले में 5 विकटें हासिल की हैं ।
नागपुर टेस्ट में इंगलैंड के ख़िलाफ़ 4 स्पीनरस को भी मौक़ा दिया गया था लेकिन उस वक़्त पियूष चावला को दोनों इनिंगज़ में ज़्यादा बौलिंग का मौक़ा नहीं मिला था । भुवनेश्वर कुमार को पहले टेस्ट में बेहतर मुज़ाहरा का मौक़ा नहीं मिला था । ताहम उन्होंने धोनी के हमराह मैच को तबदील करनेवाली पार्टनरशिप निभाते हुए ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पहली इनिंगज़ में 192 रंस की बढत में अहम रोल अदा किया था ।
दूसरी जानिब ऑस्ट्रेलियाई टीम को ख़ुसूसन बौलिंग शोबा में दूसरे स्पीनर की शमूलियत के मुताल्लिक़ मसला दरपेश है क्योंकि चेन्नाई टेस्ट में पीटर सैडल और मचल स्टारक के मुज़ाहिरे मायूसकुन रहे लिहाज़ा ज़ीवीर दोहरती को दूसरे स्पीनर के तौर पर शामिल करते हुए सैडल या स्टारक को आराम दिया जा सकता है ।