हैदराबाद में इंडियन वीज़न इंस्टीटियूट का क़ियाम

हैदराबाद । 21 । अक्टूबर : ( सियासत न्यूज़ ) : पूरे मुल्क में माहिरीन चशम तादाद 44,000 है जो आँखों की बसारत से मुताल्लिक़ जुमला बीमारीयों मसला दुर की नज़र , क़रीब की रोशनी , ऐनक , कांटक्ट लेंस और वीज़न थीरापी और बाज़ आबादकारी की सहूलयात फ़राहम कराने में मसरूफ़ हैं । जब कि ज़रूरत एक लाख से ज़्यादा की है । ऐसे लोग जो बसारत से मुताल्लिक़ बीमारीयों के शिकार हैं , उन की तादाद 10 करोड़ है । इंडियन वीज़न इंस्टीटियूट के चीफ़ ऐगज़ीक्यूटिव ऑफीसर और मैनिजिंग ट्रस्टी ने इस इंस्टीटियूट के इफ़्तिताह के मौक़ा पर कल बताया कि हिंदूस्तान में आपटो मीटरसटस की तादाद में इज़ाफे़ की ज़रूरत है । हिंदूस्तान में ऐसे तालीमी इदारे जो आपटो मीटरसटस की तालीम फ़राहम कराते हैं उन की तादाद बहुत कम है । इंडियन वीज़न इंस्टीटियूट ( आई वे टी ) आपटो मीटरसटस की तादाद में इज़ाफे़ का काम करेगा और पी एचडी स्कालरशिप को तआवुन फ़राहम कराएगा । इंडियन वीज़न इंस्टीटियूट का रियास्ती मर्कज़ी वज़ीर बराए फ़रोग़ इंसानी वसाइल डी पोरनदीशोरी के हाथों इफ़्तिताह अमल में आया । ये इदारा हिंदूस्तानी वीज़न इंडस्ट्री को फ़रोग़ देने का काम करेगा । इस मौक़ा पर ईल वे प्रसाद आई इंस्टीटियूट के के चीरमन डाक्टर जी एन रावने कहा कि फ़िलवक़्त ऐनक के गिलास को 60 रुपय में ख़रीदा जा सकता है लेकिन इस के बावजूद अवाम में आँखों से मुताल्लिक़ शऊर बेदारी नहीं पाई जाती है । इस मामूली क़ीमत के गिलास से आँखों की रोशनी बरक़रार रखी जा सकती है । लोगों में आँखों के तईं शऊर बेदारी पैदा करने की ज़रूरत है और मौजूदा कम क़ीमत पर दस्तयाब आँख से मुताल्लिक़ टूल्स से उन्हें बाख़बर करने की भी ज़रूरत है। वज़ीर फ़रोग़ इंसानी वसाइल पोरनदीशोरी ने कहा कि शहरी इलाक़ों के कम-ओ-बेश 6 लाख अफ़राद सिर्फ एक आपटो मीटरसटस के सहारे हैं जब कि देही इलाक़ों में इस का तनासुब 10 लाख है यानी 10 लाख अफ़राद पर मौजूदगी पाई जाती है ।