हैदराबाद 14 मई: शहर के कई इलाक़े कहतसाली की सूरते हाल का शिकार बने हुए हैं लेकिन इस के बावजूद इन इलाक़ों में पीने के पानी की सरबराही को बहाल करने के कोई इक़दामात होते नज़र नहीं आरहे हैं बल्के अवाम को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है ना हुकूमत की तरफ से पानी की क़िल्लत से परेशान हाल अवाम को राहत पहुंचाने के इक़दाम किए जा रहे हैं और ना ही मुंख़बा अवामी नुमाइंदे अवाम के इस संगीन मसले को हल करने में दिलचस्पी का मुज़ाहरा कर रहे हैं।
पुराने शहर के बेशतर इलाक़ों में अवाम को पीने के पानी के मसाइल का सामना करना पड़ रहा है और मुक़ामी सियासी कारकुन पानी फ़रोख़त करने में मसरूफ़ हैं बल्के जो लोग पानी की अदम सरबराही की शिकायात के साथ रुजू हो रहे हैं उन्हें मश्वरह दिया जा रहा है कि वो पानी ख़रीद कर इस्तेमाल करें।
सुलतान शाही तालाबकट्टा नशेमननगर भवानीनगर अमाननगर वटेपल्ली फ़लकनुमा फ़ातिमानगर के अलावा कई इलाक़ों में सरबराही आब के मसाइल के सबब अवाम को पानी जैसी इंतेहाई ज़रूरी शए के लिए रातों के औक़ात में दौड़ धूप करनी पड़ रही है।
पुराने शहर के कई इलाक़ों में सरबराही आब की ग़ैर यक़ीनी सूरत-ए-हाल के सबब अवाम में नाराज़गी पाई जाती है और इस नाराज़गी को दूर करना मुंख़बा अवामी नुमाइंदों की ज़िम्मेदारी है लेकिन वो इस संगीन मसले को ग़ैर अहम क़रार देते हुए नज़रअंदाज करने लगे हैं और ये तास्सुर दिया जा रहा है कि शहर के सिर्फ बाज़ मुक़ामात पर ये सूरते हाल है। जबकि शहर के कई इलाक़ों में यही हालत है और शहर की ग़रीब बस्तीयों में इस के असरात नज़र आरहे हैं चूँकि ग़रीब अवाम के लिए रोज़ाना पानी ख़रीदना इंतेहाई दुशवार कुन अमर है।