हैदराबाद में गूगल का मुस्तक़िल बड़ा कैंपस क़ायम होगा

इंटरनेट की दुनिया की बड़ी कंपनी गूगल हैदराबाद में अपना ख़ुद का मुस्तक़िल और बड़ा कैंपस क़ायम करने का मंसूबा रखती है और वो इस सिलसिले में बहुत जल्द हुकूमत तेलंगाना के साथ याददाश्त मुफ़ाहमत पर दस्तख़त करनेवाली है।

तेलंगाना के सेक्रेटरी आई टी इलेक्ट्रॉनिक्स-ओ-कम्युनिकेशन हरप्रीत सिंह ने बताया कि हम इमकान हैके गूगल के साथ याददाश्त मुफ़ाहमत पर दतख़त करने वाले हैं। इमकान हैके गूगल की तरफ से उनका कैंपस हैदराबाद में क़ायम किया जाएगा।

अमरीका और बर्तानिया के बाद ये उनका तीसरा कैंपस होगा जो हैदराबाद में क़ायम होगा। गूगल की तरफ से फ़िलहाल यहां किराये की इमारत से काम किया जा रहा है लेकिन कंपनी चाहती हैके यहां एक मुस्तक़िल कैंपस क़ायम कर दिया जाये। उन्होंने बताया कि ये कंपनी रियासती हुकूमत के साथ बहुत जल्द याददाश्त मुफ़ाहमत पर दस्तख़त करनेवाली है।

उन्होंने ताहम इस मुजव्वज़ा वेंचर की तफ़सील बताने से इनकार कर दिया और कहा कि इस सिलसिले में बहुत जल्द प्रेस कांफ्रेंस मुनाक़िद की जाएगी। उन्होंने ताहम इतना कहा कि ये एक बड़ा कैंपस होगा।

हरप्रीत सिंह ने ये भी कहा कि सिसको आयरटेल वोडाफोन और तायवान की कंपनी ने भी हैदराबाद को वाईफाई सिटी बनाने रियासती हुकूमत के मंसूबे में दिलचस्पी ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा कि कई कंपनीयां शराकत के लिए आगे आ रही हींओर तायवान की कंपनी ने जो दिलचस्पी ज़ाहिर की है इस ने दर असल ताईपी को वाईफाई सिटी बनाया है।

उन्होंने ताहम कहा कि जिन कंपनीयों ने इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी ज़ाहिर की है उन्होंने इत्तेलाआत तलब की हैं जिन में शहर का तफ़सीली नक़्शा रोडज़ तलब किया है। उन्होंने कुछ वज़ाहतें भी मांगी हैं जिन में कुछ अहम प्वाईंटस हैं और रियासती हुकूमत इन का जवाब तैयार कर रही है।

उन्होंने कहा कि शहर को वाईफाई बनाने के प्रोजेक्ट में कुछ वक़्त लग सकता है क्युंकि बिज़नस मॉडल एक अहम मसला है। वाईफाई बनाना ज़्यादा बड़ा मसला नहीं है लेकिन उस की फंडिंग एहमीयत की हामिल है और ये अहम मसला है।