दोनों शहरों में पीने के लिए साफ़ पानी की सरबराही, डरेंज और नालों की सफ़ाई और बिला वक़फ़ा बर्क़ी की फ़राहमी के अलावा दुसरे शहरी मसाइल पर हुकूमत तेलंगाना ने मुताल्लिक़ा अरकाने पार्लियामेंट, अरकाने असेंबली, मुताल्लिक़ा अरकान क़ानूनसाज़ कौंसिल और दुसरे अवामी नुमाइंदों की एक मीटिंग तलब करते हुए इन ख़िदमात को बेहतर बनाने के मुख़्तलिफ़ तरीक़ों पर तबादला-ए-ख़्याल किया।
तेलंगाना के चीफ़ मिनिस्टर के चंद्रशेखर राव के दफ़्तर से जारी एक आलामीया के मुताबिक़ रियास्ती हुकूमत की तरफ़ से इस माह के अवाइल के दौरान मुनाक़िदा स्वच्छ हैदराबाद मुहिम के बाद ये मीटिंग तलब किया गया था जिस में सिकंदराबाद के रुकन लोक सभा और मर्कज़ी वज़ीर बंदरु दत्तात्रेय ने भी शिरकत की।
चंद्रशेखर राव ने मीटिंग से ख़िताब करते हुए कहा कि हैदराबाद में डरेंज लाईन और कचरे की निकासी के कामों में बेहतरी पैदा करने की ज़रूरत है। उन्होंने एतेराफ़ किया कि पुराना शहर हैदराबाद में बर्क़ी वोल्टेज में कमी भी एक अहम मसला है। मुख़्तलिफ़ शहरी मसाइल पर अवामी नुमाइंदों ने हुकूमत की तवज्जा मबज़ूल करवाई और ये फ़ैसला किया गया कि कचरे की निकासी के ज़िमन में दिल्ली और नागपुर में नाफ़िज़ तरीका-ए-कार का जायज़ा लिया जाये। अवामी नुमाइंदों ने कहा कि हैदराबाद में मुक़ीम शहरीयों को यौमिया 602 मिलियन गयालन पानी की ज़रूरत है जबकि उनहीं 385 मिलियन गयालन पानी दस्तयाब है।
शहर में मुक़ीम 20 लाख ख़ानदानों के मिनजुमला सिर्फ़ 14 लाख ख़ानदानों को पाइपलाइन के ज़रीये पीने का पानी हासिल होरहा है जबकि माबक़ी ख़ानदान इस सहूलत से महरूम हैं। चंद्रशेखर राव ने तमाम शहरीयों को पाइपलाइन के ज़रीये पीने के साफ़ पानी की फ़राहमी को यक़ीनी बनाने और शहर के डरेंज निज़ाम में बेहतरी के लिए मुताल्लिक़ा ओहदेदारों को तजावीज़ पेश करने की हिदायत की।