हैदराबाद में माज़ूर अफ़राद के लिए जल्द‌ हमा मक़सदी शनाख्ती कार्ड

हैदराबाद २‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍९ फरवरी (सियासत न्यूज़) हैदर आइ बाद और रंगा रेड्डी अज़ला में मौजूद माज़ूरअफ़राद को हुकूमत की तमाम असकीमात और सहूलतों से मुस्तफ़ीद करने की ग़रज़ से अनक़रीब एक नया तरीका-ए-कार अपनाया जाय गा।जी ऐच एमसी की जानिब से माज़ूर अफ़राद की ज़रूरीयात का ख़्याल रखने के लिए क़ायम किए गए इदारा वुकला नग़ूला कार्यालय संकल्प (माज़ूर यन की ख़िदमात का अह्द) की जानिब से माज़ूर अफ़राद को हमामक़सदी शनाख़ती कार्ड जारी किया जाएगा जिस से माज़ूर अफ़राद ना सिर्फ हुकूमत से मिलनी वाली सहूलतों से मुस्तफ़ीद हो सकेगें बल्कि हुकूमत की जब कभी मुफ़्त असकीमात का ऐलान होगा तो इस से इस्तिफ़ादा करने वालों की फ़हरिस्त में भी इन का नाम शामिल रहेगा। इस प्रोग्राम के पहले मरहला का आग़ाज़ अनक़रीब होगा।
जी एच एमसी के 18 सर्कल्स में हर एक सर्किल के लिए एक ख़ुसूसी ऑफीसर का तक़र्रुर अमल में लाया जाएगा जो अपने अपने इलाक़ों में माज़ूर अफ़राद का पता चलाईंगे और जी ऐच एमसी के रजिस्टर में इन का नाम दर्ज करके कार्ड्स‌ जारी किए जाएंगी।

इस प्राजैक्ट में शामिल डाक्टर एम क्ष्णा चैतन्या के बमूजब जी एच एमसी के पास माज़ूर अफ़राद की तमाम तफ़सीलात और उन की ज़रूरीयात का डाटा मौजूद रहेगा जिस की बुनियाद पर हर मुस्तहिक़ फ़र्द तक हुकूमत की इमदाद पहुंचाई जाएगी।माज़ूर अफ़राद को जो शनाख़ती कारडज़ जारी किए जाऐंगे इस से बसों और ट्रेन के सफ़र में रियायत रहेगी। इस के इलावा दीगर रियास्ती और मर्कज़ी रियायतें असकीमात से भी मुस्तफ़ीद हो सकेंगी।

उन्हों ने बताया कि हम ने हर सर्किल के स्पैशल ऑफीसर केलिए उन के इलाक़ों में हर माह कम अज़ कम 500माज़ूर अफ़राद का नाम रजिस्टर करवाने का निशाना मुक़र्रर किया हैं। इस तरह 18सर्किलों के ऑफीसरस 6माह में माज़ूर अफ़राद की मुकम्मल तफ़सीलात इकट्ठा करने का सारा काममुकम्मल कर लेंगी। उन्हों ने बताया कि फ़िलफ़ौर इस सिलसिला में तैय्यारीयां जारी हैं और जैसे ही हुकूमत से बजट मंज़ूर होगा ये प्रोग्राम शुरू कर दिया जाएगा।

मौजूदा सरकारी आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ हैदराबाद और रंगा रेड्डी के जी एच एमसी हदूद में वज़ीफ़ा हासिल करने वाले माज़ूर अफ़राद की तादाद 26,390 है जिस में से 17हज़ार माज़ूर अफ़राद हैदराबाद में रहते हैं। जबकि ख़त ग़ुर्बत से नीचे ज़िंदगी गुज़ारने वालों की फ़हरिस्त में नाम शामिल ना रहने की वजह से वज़ीफ़ा से महरूम और बेघर माज़ूर अफ़राद की तादाद 40हज़ार है।

बहरहाल शनाख़ती कार्ड्स‌ की इजराई के बाद जी एच एमसी अपने पास माज़ूर अफ़राद का मुकम्मल रजिस्ट्रेशन रखने वाला मलिक का पहला कारपोरेशन बन जाएगा ।