हैदराबाद 04 दिसंबर: वज़ीर-ए-ख़ारजा सुषमा स्वराज ने हैदराबाद में सऊदी कौंसुलेट के क़ियाम और तेलंगाना के लिए हज कोटा में इज़ाफे के इक़दामात का तयक़्क़ुन दिया।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने नई दिल्ली में सुषमा स्वराज से मुलाक़ात की और इस सिलसिले में एक याददाश्त पेश की। इस मौके पर रियासती वुज़रा ई राजिंदर, पोचारम श्रीनिवास रेड्डी, रुकने पार्लियामेंट जितेंद्र रेड्डी और दिल्ली में तेलंगाना के नुमाइंदे वीनू गोपाल चारी मौजूद थे।
महमूद अली ने सुषमा स्वराज को पेश करदा याददाश्त में हैदराबाद में सऊदी कौंसुलेट के क़ियाम की ज़रूरत और अफ़ादीयत से वाक़िफ़ किराया। उन्होंने कहा कि हर साल तेलंगाना से हज़ारों अफ़राद हज और उमरा के लिए रवाना होते हैं और उन्हें वीज़ा के लिए एजेंटस की ख़िदमात हासिल करनी पड़ रही हैं, अगर हैदराबाद में सऊदी कौंसुलेट की इजाज़त दी गई तो अवाम को राहत मिलेगी और ख़तीर रक़म की बचत होपाए गी।
उन्होंने कहा कि सऊदी सफ़ीर ने हैदराबाद में कौंसुलेट के क़ियाम से उसूली तौर पर इत्तेफ़ाक़ कर लिया है और उन्हें वज़ारत-ए-ख़ारजा की मंज़ूरी का इंतेज़ार है। तेलंगाना हुकूमत सऊदी कौंसुलेट के क़ियाम के लिए ना सिर्फ अराज़ी फ़राहम करेगी बल्के दुसरे बुनियादी सहूलतें भी फ़राहम की जाएँगी। वज़ीर-ए-ख़ारजा ने इस मसले पर हमदर्दाना ग़ौर का यकीन दिया। महमूद अली ने हज 2016 के लिए हज कोटा में इज़ाफे की अपील करते हुए कहा कि हज कोटा के अलाटमेंट में 2011मर्दुम-शुमारी को पेश-ए-नज़र रखा जाये।
साबिक़ में 2001 मर्दुम-शुमारी के एतेबार से तेलंगाना को हज कोटा अलाट किया गया था जिससे हज़ारों दरख़ास्त गुज़ारों को मायूसी का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि नई रियासत तेलंगाना को हज कोटा में ख़ुसूसी इज़ाफे पुर हमदर्दाना ग़ौर किया जाना चाहीए। सुषमा स्वराज ने इस सिलसिले में वज़ारत-ए-ख़ारजा और सेंट्रल हज कमेटी से मुशावरत का यकीन दिया।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने बताया कि तेलंगाना हुकूमत ने मक्का मुकर्रमा में वाक़्ये निज़ाम रुबात में पिछ्ले हज के मौके पर 597 हुज्जाज किराम के लिए मुफ़्त क़ियाम और तआम का इंतेज़ाम किया था जबकि 2016 में एक हज़ार अफ़राद के क़ियाम का मन्सूबा है।
उन्होंने तेलंगाना हज कमेटी की तरफ से आंध्र प्रदेश के हुज्जाज किराम के लिए ख़िदमात अंजाम देने की तफ़सीलात पेश की। कर्नाटक के तक़रीबन 600 आज़मीने हज्ज भी हैदराबाद से ही रवाना हुए थे। हज 2016 के लिए तेलंगाना हुकूमत को आंध्र प्रदेश के आज़मीने हज्ज के लिए इंतेज़ामात करने होंगे क्युंकि आंध्र प्रदेश में अभी तक इंटरनेशनल एयरपोर्ट क़ायम नहीं हुआ है।