हैदराबाद मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरीटी में करप्शन का चलन

कमिशनर हैदराबाद मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरीटी की हैसियत से जायज़ा हासिल करने के बाद शालिनी मिश्रा ने महिकमा की अज़मत रफ़्ता की बहाली के लिए इक़दामात शुरू करदिए हैं। महिकमा को फ़आल और कारकरद बनाने के लिए 80 मुलाज़िमीन को उनके महिकमों (जहां उन का तक़र्रुर अमल में आया था) वापिस भेज दिया गया और तक़रीबन 250 आउटसोर्सिंग इम्पलाइज़ की ख़िदमात बर्ख़ास्त करदी गई।

सरकारी ज़राए ने बताया कि हैदराबाद मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरीटी के काम काज की ज़िम्मेदारी महिकमा के असल मुलाज़िमीन के सपुर्द की गई है और दूसरे महिकमों से तबादले पर आए हुए 80 मुलाज़िमीन को वापिस भेज दिया गया है।

वाज़िह रहे कि HMDA में रिश्वत और बदउनवानीयों की शिकायात पर चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ ने नाराज़गी ज़ाहिर की है और कहा कि इस महिकमा में किसी भी फाईल की यकसूई मुश्किल होगई है। जिस के पेशे नज़र कमिशनर HMDA नय्यर अब कुमार प्रसाद का तबादला कर दिया गया और उनकी जगह एक दयानतदार और फ़र्ज़शनास ऑफीसर शालिनी मिश्रा का तक़र्रुर किया गया जो कि महिकमा को करप्शन से पाक बनाने के लिए इक़दामात शुरू करदिए हैं।