हैदराबाद 18 सितम्बर: हैदराबाद सेंट्रल यूनीवर्सिटी में फाइन आर्टस के एक स्टूडेंट ने अपने हॉस्टल रुम में ज़हनी तनाव के नतीजे में ख़ुदकुशी करली। पी एचडी के एक दलित रिसर्च स्कॉलर रोहित की ख़ुदकुशी के सबब ये यूनीवर्सिटी स्टूडेंट के एहतेजाज से हल गई थी। माधापूर के डिप्टी कमिशनर पुलिस कारतकिया ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि तक़रीबन 25 साला नीली परावीन कुमार सरोजनी नायडू स्कूल आफ़ आर्टस ऐंड कम्यूनीकेशन के शोबा में मास्टर आफ़ फाइन आर्टस (एम एफ़ ए ) कोर्स के पहले सेमेस्टर में ज़ेरे ताअलीम था। वो हफ़्ते की सुबह 4-15 अपने हॉस्टल रुम की छत से लटकता हुआ पाया गया।
उन्होंने कहा कि इत्तेलाआत के मुताबिक़ इस के कमरे में एक साथी स्टूडेंट एम राज ने बताया कि वो स्टूडीयो से रात देर गए वापिस हुआ और अपना कमरा अंदर से बंद पाया। कई मर्तबा खटखटाने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला और परावीन ने दरवाज़ा नहीं खोला। चुनांचे उसने अपने रुम के साथीयों और दुसरे स्टूडेंट को चौकस कर दिया। धक्का देते हुए दरवाज़ा खोला गया और परावीन को छत से लटकता हुआ पाया गया। उस को फ़ील-फ़ौर यूनीवर्सिटी के हेल्थ सेंटर को मुंतक़िल किया गया जहां एक मेडिकल अफ़्सर की तरफ से इबतेदाई मुआइना के बाद इस को एक ख़ानगी हॉस्पिटल मुंतक़िल किया गया। जहां डाक्टरों ने बाद मुआइना परावीन को मुर्दा क़रार दिया। वाक़िये की इत्तेला मिलते ही पुलिस वहां पहुंच गई।
पुलिस ने ताज़ीरी क़ानून की दफ़ा 174 ( ग़ैर तिब्बी मौत) के तहत एक मुक़द्दमा दर्ज कर लिया है। महबूबनगर के शादनगर से ताल्लुक़ रखने वाले इस स्टूडेंट ने पिछ्ले रोज़ क्लास में हाज़िरी दी थी यू एन आई के मुताबिक़ पुलिस ने कहा कि कोई ख़ुदकुशी नोट नहीं मिला है ताहम हाथ से लिखी दो तहरीरें पुलिस को मिली हैं जिनकी बुनियाद पर ये कहा जा सकता है कि उसने ज़हनी तनाव के सबब ख़ुदकुशी की है।
उन्होंने कहा कि इस स्टूडेंट ने ये लिखा है कि वो नाख़ुश है और तालीम में बेहतर मुज़ाहरा ना कर पाने पर वो ख़ुद को बे-यार-ओ-मददगार समझ रहा है। उसने तेलुगू ज़बान में लिखे गए नोट में कहा में ये समझने से क़ासिर हूँ कि मैं कुछ भी क्युं नहीं करसकता। मैं ख़ौफ़ज़दा क्युं हूँ। कई एसे लोग हैं जो ग़ैर तालीम-ए-याफ़ता हैं लेकिन वो ख़ुश हैं। में ये समझ नहीं पारहा हूँ कि मैं ख़ुश क्युं नहीं रह सकता।