दो तेलुगु देशम रियासत तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के दरमयान तक़सीम के बाद से मुसलसिल जारी इख़तेलाफ़ात-ओ-तनाज़आत में फिर एक मर्तबा शिद्दत पैदा होगई जब हुकूमत आंध्र प्रदेश ने हैदराबाद सिटी पुलिस पर इल्ज़ाम आइद किया कि आंध्र प्रदेश तंज़ीम जदीद क़ानून से मुताल्लिक़ उमूर-ओ-मसाइल पर वो (हैदराबाद सिटी पुलिस जांबदाराना रवैया इख़तियार कररही है ।
आंध्र प्रदेश की हुकूमत ने इस मसला को मर्कज़ी हुकूमत से रुजू करते हुए दरख़ास्त की हैके मज़कूरा क़ानून पर बेहतर अमल आवरी को यक़ीनी बनाने के लिए हैदराबाद सिटी पुलिस को दोनों रियासतों के मुशतर्का गवर्नर के कंट्रोल में लाया जाये।
वाज़िह रहे कि ई एस एल नरसिम्हन इन दोनों रियासतों के मुशतर्का गवर्नर हैं और हैदराबाद आइनदा 10 साल तक इन दोनों रियासतों का मुशतर्का दारुल हुकूमत रहेगा। दोनों रियासतों के दरमयान हालिया अर्सा के दौरान कई मसाइल पर तल्ख़ियों और कशीदगी में इज़ाफ़ा हुआ है एसे इदाराजात के ज़िमन में शदीद इख़तेलाफ़ात पैदा होगए हैं जो (इदाराजात) ताहाल किसी एक रियासत के तफ़वीज़ नहीं किए गए हैं और वो मुशतर्का इदारों के तौर पर काम कररहे हैं।
हुकूमत आंध्र प्रदेश की तरफ़ से जारी एक आलामीया के मुताबिक़ आंध्र प्रदेश के चीफ़ सेक्रेटरी आई वाई आर कृष्णा राव ने 7 नवंबर को मर्कज़ी काबीना मोतमिद और मोतमिद दाख़िला से मुलाक़ात की।
उन्होंने तंज़ीम जदीद क़ानून के तहत बाज़ मसाइल की यकसूई में हैदराबाद सिटी पुलिस के जांबदाराना रवैये पर हुकूमत आंध्र प्रदेश की तरफ़ से एहतेजाज दर्ज करवाया।