हैदराबाद: सीएम चंद्रशेखर राव का भगवान बालाजी से 5.5 करोड़ का झूठ

तब तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने आंध्र प्रदेश के तिरुमाला में मशहूर बालाजी मंदिर को 5.5 करोड़ रुपये अतिया करने का अज़्म लिया था लेकिन अब सीएम ने अपने अज़्म से पलटी मारते हुए अतिया की रकम टैक्सपेयर्स पर थोप दी है.

5 करोड़ तिरुपति मंदिर की मूर्ति के लिए जूलरी में खर्च होगी. इस मंदिर की पहचान दुनिया भर में खास है. कुछ रकम वारंगल वाक्ये वीरभद्रस्वामी मंदिर में सोने की मूंछ बनाने पर खर्च होगी. वीरभद्रस्वामी को शिव का अवतार माना जाता है.

केसीआर नाम से जाने जाने वाले चंद्रशेखर राव ने कहा कि उन्होंने अपने मिशन अलग तेलंगाना की तश्कील पर मन्नत मांगी थी. पिछले साल जून में आंध्र प्रदेश को तक्सीम कर तेलंगाना की तश्कील हुई थी यह हिंदुस्तान की सबसे नयी रियासत है. कुछ दिन पहले कैबिनेट मीटिंग में केसीआर की मन्नत के लिए रकम पर मुहर लगा दी गई. आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में रिश्ते ठीक नहीं हैं लेकिन इस मन्नत की रकम चढ़ाने खुद चंद्रशेखर राव तिरुमाला जाएंगे.

केसीआर के इस कदम से नक़दीन नाराज हैं क्योंकि सरकार पब्लिक फंड के जरिए किसी शख्स की मन्नत पूरी कर रही है. ऐक्टिविस्ट लुबना सरवाथ ने कहा कि पब्लिक मनी का इस्तेमाल किसी ज़ाती शख्स की मन्नत पूरी करने में नहीं कर सकते. लुबना ने कहा कि केसीआर ने इससे पहले अपनी मन्नत के बारे में खुलकर नहीं बताया था. सरकार से फैसले से नाराज लोगों का कहना है कि पांच करोड़ की रकम का इस्तेमाल पब्लिक हित में सफाई, हॉस्पिटल पर खर्च किया जा सकता है.