हैदराबाद सीरीयल ब्लास्ट: CCTV में मिला अहम सुराग

हैदराबाद, 24 फरवरी: धमाकों की जांच में जुटी एजेंसियों ने अहम सुराग मिलने का दावा किया है। हैदराबाद के दिलसुखनगर इलाके में लगे सीसीटीवी के फुटेज की जांच भी की जा रही है। इस फुटेज में साइकिल पर आता एक शख्स दिख रहा है। उसकी साइकिल पर एक बैग भी टंगा हुआ दिख रहा है।

पुलिस को शक है कि इसी शख्स ने बम रखा। जांच एजेंसियां दिलसुखनगर इलाके से की गई तमाम कॉल की डिटेल भी जांच कर रही हैं। जांच के साथ ही धमाकों में इंडियन मुजाहिदीन का हाथ होने की तस्वीर और साफ होती जा रही है।

हालांकि पुलिस फिलहाल इस बारे में कुछ भी कहने से बच रही है। पुलिस ने धमाकों के बारे में इत्तेला देने वाले शख्स को 10 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है।

आंध्र प्रदेश की वज़ीर ए दाखिला सविता रेड्डी ने जहां जल्द ही मामले की तह तक पहुंचने का दावा किया, वहीं हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अनुराग शर्मा ने हफ्ते को कहा कि हमें कुछ सुबूत और कुछ सुराग मिले हैं। हम जाय वाकिया पर लगे सीसीटीवी की फुटेज को जांच रहे हैं। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि दहशतगर्दों ने धमाके करने से पहले सीसीटीवी के तार काट दिए थे।

उन्होंने बताया कि कुछ मुकामी नौजवानो से पूछताछ भी की गई है, लेकिन अभी तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। हमले में आईएम का हाथ होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने तक इस बारे में कुछ नहीं किया जा सकता है कि धमाकों को किसने अंजाम दिया।

हालांकि उन्होंने बताया कि आईईडी में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया। इसमें टाइमर भी लगा था। माद्दे को एल्युमिनियम के डिब्बों में लोहे के टुकड़ों के साथ रखा गया और इन्हें साइकिल पर रखा गया। यह सभी तौरतरीके आईएम की तरफ ही इशारा कर रहे हैं।

कमिश्नर ने कहा कि हमें मुम्किना दहशतगर्द हमलों के बारे में दिल्ली से 15 फरवरी को पहला अलर्ट मिला था। हमने इसे हल्के में नहीं लिया। पूरे शहर में हाई अलर्ट ऐलान कर दिया गया था। हुजूम वाले इलाकों, बाजारों, मॉल, सिनेमाघरों जैसी सभी अहम जगहों पर पुलिस फोर्स की तादाद बढ़ा दी गई थी। बम स्क़्वाएड (Bomb squad) दस्तों को भी तैनात किया गया था।

ब्लास्ट से पहले के सीसीटीवी फुटेज में दिलसुखनगर में एक शख्स साइकिल से ब्लास्ट हुए जगह की ओर जाता दिख रहा है। उसकी साइकिल पर एक बैग भी टंगा है। पुलिस को शक है कि इसी शख्स ने साइकिल पर बम रखा क्योंकि लौटते इस शख्स के पास साइकिल नहीं थी।

आंध्र प्रदेश पुलिस ने मामले की जांच के लिए 15 टीमें बनाई हैं। हर टीम में 10 से 15 पुलिस अहलकार हैं। एनआईए की टीम धमाकों के मुताल्लिक से आंध्र की चंचलगुडा जेल में बंद कुछ लोगों से पूछताछ भी कर रही है।

पुलिस ने जुमेरात को हुए धमाके में जख्मी हुए अब्दुल वसी मिर्जा से पूछताछ की। मिर्जा हैदराबाद में 2007 में हुए धमाके में भी जख्मी हुआ था, जिसके चलते वह पुलिस की नजरों में आ गया, हालांकि पूछताछ के बाद पुलिस ने साफ किया कि वह शक के दायरे में नहीं है। दूसरे गवाहों की तरह ही मिर्जा का बयान दर्ज किया गया है।

भाजपा के सीनीयर लीडर लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि हैदराबाद के ब्लास्ट में पाकिस्तान का हाथ है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी मुल्क हिंदुस्तान के खिलाफ जंग छेड़े हुए है। पाकिस्तान ने वादा किया था कि वह अपनी जमीन का इस्तेमाल हिंदुस्तान के खिलाफ दहशतगर्दी सरगर्मियो ( Terrorist activities) के लिए नहीं होने देगा। लेकिन उसने इस वादे को कभी नहीं निभाया।

हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अनुराग शर्मा ने कहा है कि मरकज़ी हुकूमत की ओर से भेजे गए मुम्किना दहशतगर्द हमलों के अलर्ट को हमने पूरी संजीदगी से लिया था। इसके बाद हैदराबाद में निगरानी कड़ी कर दी गई थी।

कई बार दहशतगर्द हमले का निशाना बनने के बाद आंध्र प्रदेश की हुकूमत ने अब कहा है कि वह हैदराबाद और साइबराबाद के इलाकों में 3500 सीसीटीवी कैमरे लगवाएगी। वहीं हैदराबाद पुलिस ने माना शहर में लगे 303 सीसीटीवी कैमरों में से 38 काम नहीं कर रहे थे।

वज़ीर ए आज़म मनमोहन सिंह एतवार को हैदराबाद जाकर हालात का जायजा लेंगे। ज़राए ने बताया कि वज़ीर ए आज़म अस्पताल जाकर ब्लास्ट में हुए जख्मीयो का हालचाल भी लेंगे।

इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बिहार में छापेमारी भी की है। अलबत्ता हुकुमत ने इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साधी है। ज़राए ने बताया कि मुल्ज़िमो की तलाश में एनआईए की दो टीमों ने रियासत के दरभंगा और समस्तीपुर जिले में छापामारी की है।

इन टीमों को दो लोगों की तलाश है। हालांकि, दोनों जिलों के पुलिस अफसरों ने छापेमारी की खबर से इंकार किया है। पूछे जाने पर वज़ीर ए आला नीतीश कुमार ने मीडिया से महज इतना कहा कि इस मामले में मरकज़ी हुकुमत समेत सभी जांच एजेंसियों की पूरी मदद की जा रही है।

——‍‍‍‍बशुक्रिया: अमर उजाला