हैदराबाद 18 जनवरी: हैदराबाद सेंट्रल यूनीवर्सिटी में उस वक़्त कशीदगी पैदा हो गई जब यूनीवर्सिटी के पी एचडी स्कॉलर ने यूनीवर्सिटी हॉस्टल में फांसी लेकर ख़ुदकुशी करली।
इस वाक़िये के बाद यूनीवर्सिटी अहाता में कशीदगी पैदा हो गई और तलबा तन्ज़ीमों ने ख़ुदकुशी के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त मुज़ाहरा किया और दलितों के साथ नाइंसाफी का इल्ज़ाम आइद करते हुए तेलंगाना के तालीमी इदारों के बंद का एलान किया।
तफ़सीलात के मुताबिक 28 साला वीमोला रोहित जिसका ताल्लुक़ आंध्र प्रदेश के ज़िला गुंटूर से है वो पी एचडी पोलिटिकल साइंस साल दोम का तालिब-इल्म था। ज़राए ने बताया कि हाल ही में दो तलबा के ग्रुपस के दरमियान झड़प के नतीजे में पाँच तालिबे इल्मों को यूनीवर्सिटी में 14 दिन के लिए मुअत्तल कर दिया गया था जिसमें मुतवफ़्फ़ी तालिबे इलम भी शामिल था।
बताया जाता है कि रोहित और दुसरे तलबा यूनीवर्सिटी की तरफ से उनके ख़िलाफ़ की गई कार्रवाई पर एहतेजाज करते हुए यूनीवर्सिटी के बाब उल दाखिला पर पिछ्ले चंद दिनों से मुज़ाहरा कर रहे थे। इस वाक़िये के बाद यूनीवर्सिटी अहाता में कशीदगी पैदा हो गई और मुतवफ़्फ़ी तालिबे इलम के साथीयों ने यूनीवर्सिटी इंतेज़ामीया को इस का ज़िम्मेदार क़रार देते हुए नारा बाज़ी की।
ख़ुदकुशी वाक़िया और कशीदगी की इत्तेला पर पुलिस यूनीवर्सिटी पहुंच गई। पुलिस ने साइबराबाद के सुराग़ रसां दस्ता , क्लोज़ टीम को तलब किया और पुलिस की इबतिदाई तहक़ीक़ात में रोहित का एक ख़ुदकुशी नोट बरामद हुआ जिसमें उसने लिखा है कि वो दलित होने के सबब उसे आबाई मुक़ाम मैं इमतियाज़ी सुलूक का सामना करना पड़ और अब यूनीवर्सिटी के असातिज़ा ने भी इस के साथ एसा ही सुलूक किया जिससे वो दिलबर्दाशता हो गया है। पुलिस ने ख़ुदकुशी नोट को बरामद करते हुए रोहित की लाश को गांधी हॉस्पिटल के मुर्दा-ख़ाना मुंतक़िल किया।