रूसी हैलीकाप्टर लेकर शाम आने वाला एक जहाज़ जो इंशोरंस मे तख़फ़ीफ़ के बाद वापिस होगया था, अब तवक़्क़ो है कि कम अज़ कम एक और जहाज़ के साथ शाम वापिस आजाएगा। फ़ौजी ज़राए के हवाले से इंटरफैक्स ने आज उस की इत्तिलादी । ये जहाज़ इतवार को रूस की बंदरगाह मर मंसक में पहुंचा जहां इस का पर्चम तबदील करके रूसी मयार के मुताबिक़ बनाना है।
ज़राए ने गुमनाम रखे जाने की शर्त पर बतायाकि इस जहाज़ के साथ कोई फ़ौजी जहाज़ नहीं होगा। रूस ने आज कहा कि इस में कोई शुबा नहीं कि शाम में हुकूमत बदलने की कोशिश की जा रही है। रूस शाम में बशारुल असद की हुकूमत को हथियार स्पलाई करने वाला सब से बड़ा मुलक है और अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की कड़ी पाबंदीयों से बशारुल असद की हुकूमत का तहफ़्फ़ुज़ करने की कोशिश में है।
मास्को ने कहा कि हेलीकॉप्टरों की जो खेप शाम भेजी जा रही है इस का कोई ताल्लुक़ इस मलिक के अंदर जारी शोरिश से नहीं है जब कि 13 जून को अमरीका की वज़ीर-ए-ख़ारजा हीलारी क्लिन्टन रूस के इस मौक़िफ़ को ग़ैर दरुस्त क़रार दे चुकी हैं।
रूस ने कहा कि वो सिर्फ़ दिफ़ाई हथियार भेज रहा है जिस का मक़सद किसी बैरूनी जारहीयत की सूरत में शाम का दिफ़ा है। ये जहाज़ एलाइड 11 जून को कॉलनी ग्रेड के बाल्टिक सूबे में बंदरगाह बालशक से रवाना हुआ था।