हॉर्स ट्रेडिग मामला : जेल गयी सीता सोरेन, अस्पताल में भर्ती

झारखंड में साल 2012 में हुए एसेम्बली इंतिख़ाब में एमएलए की खरीदफरोख्त की मुल्ज़िम झारखंड मुक्ति मोर्चा की फरार एमएलए और वजीरे आला हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने मंगल को यहां खुसुसि सीबीआई अदालत में सरेंडर कर दिया जिसने उन्हें चौदह दिनों के लिए अदालती हिरासत में जेल भेज दिया। लेकिन जेल पहुंचते ही उन्होंने अनेक बीमारियों का जिक्र किया जिसके बाद उन्हें शाम यहां राजेन्द्र आयुर्विग्यान संस्थान (रिम्स) में भर्ती करा दिया गया है।

रिम्स के डाइरेक्टर तुलसी महतो ने बताया कि जेल के अफसरों के रेफर करने पर सीता सोरेन को शाम रिम्स में भर्ती कराया गया है जहां उनकी जांच की जा रही है। यह पूछे जाने पर कि आखिर उन्हें क्या बीमारी है, महतो ने कुछ भी बताने से यह कह कर इनकार कर दिया कि अभी तो जांच की जा रही है।

जेल के अफसरों के नाम न बताने की शर्त पर बताया कि सीता सोरेन ने थायरायड और कुछ खातून बीमारी की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें जांच के लिए रिम्स भेजा गया है। इससे पहले सीता सोरेन की फरारी को देखते हुए सीबीआई ने 19 फरवरी को उनकी रांची और बोकारो वाकेय जायदाद की कुर्की की थी। जिसके बाद सीता सोरेन आज सुबह दस बजे से पहले ही अदालती आर के चौधरी की खुसुसि अदालत में सरेंडर करने पहुंच गयी थीं। खुसुसि जज चौधरी ने अदालत पहुंचने पर मामले की सुनवाई करते हुए उन्हें अदालती हिरासत में लेने की हिदायत दिया और दो सप्ताह के लिए यहां बिरसा मुंडा जेल भेज दिया।

सीता सोरेन सीबीआई के साथ गुजिशता एक साल से आंख मिचौली खेल रही थीं और अभी 16 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने खरीद फरोख्त से जुड़े एक मामले की सुनवाई करते हुए सीबीआई को फटकार लगायी थी और सोरेन की गिरफ्तारी पर दो सप्ताह के अंदर अपना जवाब दाखिल करने की हिदायत दिये थे।