अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) की सलामती (सिक्यूरिटी) कौंसिल ने होला के इंसानी क़तल-ए-आम पर शामी (सीरिया) हुकूमत की पुरज़ोर मुम्किना अलफ़ाज़ में मुज़म्मत की है, जिस में कम-अज़-कम 108 अफ़राद (लोग) मारे गए थे। शाम (सीरिया) के इत्तिहादी रूस समेत 15रुकनी कौंसिल के मुत्तफ़िक़ा ब्यान में कहा गया है हमलों में हुकूमत की जानिब से तोपखाने और टैंकों से रिहायशी इलाक़ों पर गोला बारी भी शामिल थी और सदर (राष्ट्रपति) बशर अल असद से एक बार फिर पुरज़ोर मुतालिबा किया जाता है कि वो शाम (सीरिया) के शहरों से भारी हथियारों का इनख़ला करे ।
सलामती (सिक्यूरिटी) कौंसिल के अराकीन (सदस्य) ने इस अज़म का इआदा किया कि तमाम फ़रीक़ैन (पक्ष) हर किस्म के तशद्दुद (हिंसा) को बंद करें और तशद्दुद (हिंसा) के इक़दामात के ज़िम्मेदारों को काबिल एहतिसाब ठहराया जाय।शाम (सीरिया) में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) मुबस्सिरीन (अधिकारियों) ने होला में कम-अज़-कम 108 लाशों को देखा है जिन में 49 बच्चे और कम-अज़-कम सात ख्वातीन शामिल थीं , ये बात अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) ने बताई।
अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) के लिए बर्तानवी सफ़ीर मार्क लायल ग्रांट ने कहा है कि कौंसिल का ब्यान अहम होने के साथ साथ काफ़ी नहीं है। लायल ग्रांट ने सहाफ़ीयों को बताया कि आइन्दा दो रोज़ में सलामती (सिक्यूरिटी) कौंसिल मज़ीद ज़रूरी इक़दामात (उपाय) पर तबादला-ए-ख़्याल के लिए दुबारा इजलास (मीटिंग्स) मुनाक़िद करेगी । यू एन अरब लीग नुमाइंदे कोफ़ी अन्नान चहारशंबा (बूधवार) को नए इजलास(मीटिंग्स) में शाम (सीरिया) के बोहरान (संकट) पर सलामती (सिक्यूरिटी) कौंसिल को वाक़िफ़ कराएंगे।