भारत के अधिकतर राज्यों में शुक्रवार (2 मार्च) को ‘रंगों का त्योहार’ होली पूरे उल्लास से मनाया जा रहा है। यह त्योहार हिंदू पंचांग के मुताबिक फाल्गुन माह में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। देश के दूसरे त्योहारों की तरह होली को भी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। ढोल की धुन और घरों के लाउड स्पीकरों पर बजते तेज संगीत के साथ एक दूसरे पर रंग और पानी फेंकने का मजा देखते ही बनता है। होली के साथ कई प्राचीन पौराणिक कथाएं भी जुड़ी हैं और हर कथा अपने आप में विशेष है। यह रंगो का त्योहार कब से शुरू हुआ इसका जिक्र भारत की विरासत यानी कि हमारे कई ग्रंथों में मिलता है। शुरू में इस पर्व को होलाका के नाम से भी जाना जाता था। इस दिन आर्य नवात्रैष्टि यज्ञ किया करते थे।
इस खास मौके पर दुनिया के सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले सर्च इंजन गूगल ने अपने होमपेज पर होली का डूडल बनाया है। इस क्रिएटिव में बहुत से लोग होली खेलते दिख रहे हैं। किसी के हाथ में पिचकारी है तो कोई बाल्टी में रंग भरकर उड़ेल रहा है। कोई ढोल-नगाड़े लेकर मस्ती में सराबोर है तो कोई अपनी ही धुन में नाचता नजर आ रहा है। गूगल ने इस डूडल को सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर शेयर करने का ऑप्शन भी दे रखा है।