ह्यूमन राइट्स नियमों को लेकर जुबानी जंग में उलझे ओबामा और कास्त्रो

क्यूबा: पिछले कई दशकों से अमेरिका और क्यूबा के बीच चल रही तल्खी चाहे कम हो गई है लेकिन दोनों देशों के नेताओं के तेवर अभी भी तीखे ही हैं। 88 साल बाद क्यूबा की यात्रा पर गए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और क्यूबाई राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ह्यूमन राइट्स को लेकर भिड़ गए। बराक ओबामा के ह्यूमन का मुद्दा उठाने से नाराज कास्त्रो ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि अमेरिका दोहरा मापदंड अपनाता है। ओबामा ने कास्त्रो की तारीफ के साथ ही ह्यूमन राइट्स का मुद्दा उठाते हुए कहा की, ‘ ह्यूमन राइट्स की प्रोग्रेस होने पर ही दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत हो सकते है वर्ना नहीं।  ओबामा ने कहा कि दोनों देशों के सुधरते रिश्तों में यह बड़ी मुसीबत है क्यूंकि अमेरिका लोकतंत्र में विश्वास करता है। कास्त्रो ने पलटवार करते हुए कहा कि कोई भी देश इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स के नियमों पर पूरा नहीं चलता है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी देश नही है जो  61 ह्यूमन राइट्स का पालन करता हो। कास्त्रो के मुताबिक हेल्थ, एजुकेशन और महिलाओं को समान दर्जा देने के मामले में उसका रिकॉर्ड बेहतरीन है।