दिल्ली की एक अदालत ने बी जे पी के गिरफ़्तार शूदा एम पी दीनू भाई भोगा भाई सोलंकी को आर टी आई कारकुन अमीत भीका भाई जेठवा के क़त्ल मुआमला में सी बी आई को उन्हें अहमदाबाद पहूँचाने के लिए दो दिन की टरांज़ट तहवील में दिया है।
याद रहे कि मक़्तूल जेठवा ने जंगलात में गै़रक़ानूनी कानकनी के ख़िलाफ़ जंग छेड़ रखी थी जिस का नतीजा उनके क़त्ल के रूप में सामने आया। चीफ़ मेट्रो पोलीटन मजिस्ट्रेट लोकेश कुमार शर्मा ने सोलंकी को अहमदाबाद ले जाने की इजाज़त दी क्योंकि सी बी आई से ख़ुसूसी अदालत में सोलंकी को पेश किए जाने के लिए अदालत से ख़ुसूसी दर्ख़ास्त की थी जिसे मंज़ूर करलिया गया।
जूनागढ़ (गुजरात) की लोक सभा में नुमाइंदगी करने वाले सोलंकी को सुप्रीम कोर्ट के हुक्म पर सी बी आई हेडक्वार्टर्स में एक तहक़ीक़ात के दौरान आमद के बाद कल गिरफ़्तार किया गया जिस के बाद सी बी आई ने सोलंकी की दो रोज़ा टरांज़ट तहवील की दर्ख़ास्त पेश की ताकि उन्हें सी बी आई की ख़ुसूसी अदालत के रूबरू पेश किया जा सके।
अदालत ने सी बी आई को ये हुक्म भी दिया कि गुजरात के किसी भी सरकारी हॉस्पिटल में सोलंकी का मुकम्मल तिब्बी मुआइना भी करवाया जाये। सी बी आई ने इल्ज़ाम आइद किया था कि सोलंकी क़त्ल की साज़िश में मुलव्वस थे और तहक़ीक़ात और पूछताछ के दौरान उन्होंने सी बी आई को जो भी जवाब दिए, वो इतमीनान बख़श नहीं थे जो इस बात का सबूत है कि सोलंकी क़त्ल में मुलव्वस थे।