क़राबत दारों के हुक़ूक़ की अदायगी पर ज़ोर

आदिलाबाद, ३१ दिसम्बर: (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) मज़हब इस्लाम अदल-ओ-इंसाफ़ और मुसावात का दरस देता है। अदल वानसाफ़ और मुसावात के बगै़र ईमान मुकम्मल नहीं , मबलग़ दार-उल-उलूम देवबंद मौलाना मुहम्मद इर्फ़ान क़ासिमी जमईतुल् उल्मा आदिलाबाद के ज़ेर-ए-एहतिमाम मुनाक़िदा इस्लाह मुआशरा के जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया ।

उन्हों ने कहा कि अल्लाह रब अलाज़त क़ुरान-ए-पाक में अदल-ओ-इंसाफ़ के मुताल्लिक़ अपने बंदों को हुक्म दिया कि वो मुसावात के साथ साथ क़राबतदारी के हुक़ूक़ की अदायगी और बुग़ज़-ओ-हसद से परहेज़ करें और बताया कि आलिम इस्लाम के तमाम अइम्मा किराम जुमा के ख़ुतबा सानी के अख़ीर में जिस आयत की तिलावत करते हैं इस का मफ़हूम यही है कि अदल-ओ-इंसाफ़ ,मुसावात ,क़राबत दारों के हुक़ूक़ की अदायगी और बुग़ज़-ओ-हसद से पर हीज़ किया जाये । उन्हों ने कहा कि आज मुआशरा में सेल फ़ोन ,इंटरनेट और दीगर ज़राए इबलाग़ से बिगाड़ पैदा हुआ यही वजह है कि आज मुआशरा कामयाबी के रास्ता के बजाय गुमराही के रास्ता पर चल पड़ा ।उन्हों ने नौजवान बच्चों और लड़कीयों को सील फ़ोन के इस्तिमाल से अहितराज़ का मश्वरा दिया ताकि मुआशरा गुमराही से बचे। क़ब्लअज़ीं आर्गेनाईज़र जमईतुल् उल्मा हिंद दिल्ली मौलाना क़ारी अहमद अबदुल्लाह ने भी मुआशरा की इस्लाह को वक़्त का अहम तरीन तक़ाज़ा क़रार दिया ।

जबकि अल्हाज हाफ़िज़ पैर शब्बीर अहमद सदर जमईतुल उल्मा आंधरा प्रदेश‍ ओ‍ एम एल सी ने अपने सदारती हत्ताब में बताया कि 5 जनवरी 2012 को निज़ाम कॉलेज ग्राउंड हैदराबाद में मुनाक़िद शुदणी इजलास आम को कामयाब बनाने की ख़ाहिश की ।इस जल्सा-ए-आम को ख़िताब करने वालों में सदर ज़िला जमईतुल उल्मा आदिल आबाद मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद अबदुलग़नी ,मुफ़्ती इलयास अहमद क़ासिमी ,मौलाना सय्यद मज़हर अहमद क़ासिमी ,मौलाना मुहसिन शामिल हैं । निज़ामत के फ़राइज़ मौलाना सैयद बशीर अहमद ने अंजाम दिए ।हाफ़िज़ मुहम्मद अबूबकर , हाफ़िज़ मंज़ूर अहमद , मौलाना मुहम्मद असलम ,मौलाना मुहम्मद उसमान क़ासिमी , हाफ़िज़ अबदुल जब्बार के इलावा दीगर उल्माए इक्राम मौजूद थें |