पुराने शहर के इलाक़ा फ़लकनुमा में क़र्ज़ दहिंदा ने क़र्ज़दार पर बेरहमी में हमला करते हुए इस का क़त्ल कर दिया । बताया जाता है कि दोपहर वट्टेपल्ली के इलाक़ा में क़र्ज़ दहिंदा इसहाक़ ने क़र्ज़दार शेख़ सिराज पर हमला करते हुए इसका गला काट दिया और लाश को रोड पर फेंक दिया ।
क़त्ल की इस संगीन वारदात के बाद इलाक़ा में कशीदगी-ओ-ख़ौफ़ का माहौल पैदा हो गया । दिन दहाड़े सड़क के दरमियान एक शख़्स का गला काट कर लाश को फेंक देने के वाक़िया के बाद मुक़ामी अवाम ख़ौफ़ज़दा हो गए । ताहम क़ातिल के ताल्लुक़ से बताया जाता है कि इसने क़त्ल के फ़ौरन बाद पुलिस स्टेशन फ़लकनुमा में ख़ुद सुपुर्दगी इख्तेयार कर ली । ताहम पुलिस ने ख़ुदसपुर्दगी या फिर गिरफ़्तारी की तौसीक़ नहीं की ।
ज़राए के मुताबिक़ 30 साला शेख़ सिराज जो फ़ातिमा नगर वट्टे पल्ली के साकिन शेख़ हाजी का बेटा था पेशा से कारपेंटर बताया गया है । इस ने इसहाक़ जो इस से जान पहचान रखता था 2 लाख रुपय का क़र्ज़ लिया था । क़ातिल इसहाक़ तिलन का कारोबार करता है । मक़्तूल के रिश्तेदारों का इल्ज़ाम है कि क़ातिल उन के भाई को काफ़ी परेशान-ओ-हिरासाँ कर रहा था इस वजह से वो शहर छोड़कर चले जाने पर मजबूर हो गया था ।
उसकी फ़र्नीचर की दुकान थी और बीवी बच्चों का गुज़ारा भी कारोबार ना होने के सबब मुश्किल हो गया था । बताया जाता है कि इसहाक़ ने सिराज को क़र्ज़ दे कर तक़रीबन 2 साल का अर्सा हो गया था और अदायगी इसके लिए मुश्किल थी क़र्ज़ अदा करने में टाल मटोल से तंग आकर आज इसहाक़ ने सिराज का क़त्ल कर दिया ।
इस ख़सूस में अस्सिटेंट कमिश्नर आफ़ पुलिस फ़लकनुमा मिस्टर अब्दुल बारी ने बताया कि सिराज क़ातिल इसहाक़ को ढाई लाख रुपये का बकाया था और 18 माह से क़र्ज़ की रक़म अदा नहीं कर रहा था और वो गुज़शता 8 माह से शहर में नहीं था महाराष्ट्रा चला गया था और 8 माह के बाद जब आया तो इसहाक़ का दबाव बढ़ गया था ।
क़र्ज़ की रक़म अदा ना करने पर तंग आकर इसका क़त्ल कर दिया । पुलिस तहक़ीक़ात कर रही है