नई दिल्ली । 6 । मार्च (पी टी आई ) वज़ीर ज़राअत शरद पवार ने कहा कि 52 हज़ार करोड़ के ज़रई क़र्ज़ा जात राहत स्कीम के तहत जारी करदा फंड्स में कोई बे क़ाईदगीयाँ नहीं हुई हैं। उन्होंने इस मामले की सी आई जी के ज़रीये जामि ऑडिट कराने का मुतालिबा किया ।
उन्होंने कहा कि इस स्कीम का छोटा सा ऑडिट जायज़ा किया गया है। इस केलिए ग़ैरमामूली बड़े पैमाना पर ऑडिट होना ज़रूरी है । हकूमत-ए-हिन्द को ये फैसला करना होगा कि बैंकों को रवाना करदा रक़म अकावनट और इस से इस्तिफ़ादा कुनुन्दगान की फ़हरिस्त हासिल की जाये और आर बी आई नबारड की निगरानी में अंजाम दीए गए कामों का जायज़ा लिया जाये क्योके ये रक़म रास्त किसानों के अकावनटस में जमा की गई थी तो इसे में बदउनवानीयों और अस्क़ाम का सवाल ही पैदा नहीं होता।
शरद पवार ने ये बयान सी ए जी की रिपोर्ट के तनाज़ुर में दिया है जिस में बताया गया है कि इस स्कीम की अमल आवरी में बड़े पैमाना पर धांदलीयाँ की गई हैं।