बीदर। 02 जनवरी (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) मिस्टर रियो नाविक वज़ीर बराए अफ़्ज़ाइश मवीशयान-ओ-इंचार्ज ज़िला बीदर ने कहा है कि सारिफ़ीन के तहफ़्फ़ुज़ की ख़ातिर बताए गए क़वानीन से अवाम का वाक़िफ़ होना बेहद ज़रूरी है। मौसूफ़ रंग मंदिर बीदर में मुनाक़िदा आलमी यौम सारिफ़ीन की तक़रीब को मुख़ातब कर रहे थी। उन्हों ने कहा कि सारिफ़ीन को दरपेश मसाइल के हल के लिए मुताल्लिक़ा महिकमा को चाहीए कि वो तआवुन करी। उन्हों ने बताया कि किसी भी क़ानून को मव सर अंदाज़ में नाफ़िज़ करना हो तो इस में ईमानदारी ज़रूरी है और फिर किसी भी इलाक़ा में तालीम ही से तरक़्क़ी मुम्किन ही। जहां तक ज़िला बीदर का ताल्लुक़ है, यहां तालीम की बेहतरी के लिए मज़ीद कोशिशों की ज़रूरत ही।
इस तरह की कोशिशों के ज़रीया ही ज़िला बीदर को एक मॉडल ज़िला बनाया जा सकता ही। श्री कुशाल पाटल गादगी सदर ज़िला पंचायत बीदर ने मश्वरा दिया कि बाज़ार से किसी भी शैय की ख़रीदी के वक़्त सारिफ़ीन इस के तैय्यार किए जाने की तारीख़ और कब तक काबिल-ए-इस्तेमाल ही, उस की तारीख़, वज़न और मयार की तहक़ीक़ करलॆ। मिस्टर सूर्य कांत ने अपनी तक़रीर में बताया कि मुक़र्ररा क़ीमत की अदायगी के बावजूद मुनासिब सहूलत हासिल नहीं होती है तो सारिफ़ीन कनज़्यूमरस कोर्ट से रुजू हो सकते हैं। अशीया की ख़रीदारी में सारिफ़ीन को एहतियात से काम लेना चाआई। अगर सारिफ़ीन को किसी मुआमला में धोका होता है तो कनज़्यूमरस फ़ोर्म से शिकायत करके हर्जाना वसूल किया जा सकता ही। जनाब मुहम्मद रहीम ख़ां रुकन असैंबली बीदर ने जलसा की सदारत की