क़ानून हक्के तालीम के ताअल्लुक़ से मुसबत सोच अपनाने अक़ल्लीयतों को मश्वरा

हैदराबाद 28 नवंबर (सियासत न्यूज़) सलामा एकेडेमी के ज़ेर-ए-एहतिमाम एकेडेमी के दफ़्तर पुरानी हवेली में बउनवान आर टी ई ऐक्ट 2010 और अक़ल्लीयतों के ख़दशात-ओ-मुतालिबात पर कनवेनशन का इनइक़ाद ज़ेर-ए-सदारत जनाब नाज़िम उद्दीन फ़ारूक़ी चेयरमैन एकेडेमी अमल में आया। प्रोफ़ैसर मुहम्मद अकबर अली ख़ां वाइस चांसलर तेलंगाना यूनीवर्सिटी करीमनगर मेहमान ख़ुसूसी थे। उन्हों ने अपने ख़िताब में अक़ल्लीयतों को मश्वरा दिया कि वो पहले अपने हुक़ूक़ को जानें इस के बाद हुकूमत के मुदव्वन करदा क़वानीन का हर सतह से मुताला करें।

उन्हों ने क़ानून हक्के तालीम 2010 -ए-के ताअल्लुक़ से कहाकि हम क़ानून से मुताल्लिक़ हुकूमत के कानसपट को समझें। मेकानिज़म पर ग़ौर करें और इस सिलसिला में मनफ़ी सोच की बजाय मुसबत सोच अपनाएं। स्कूल इंतिज़ामीया अपने निसाब में हर मज़हब की तालीमात को शामिल करें। तलबा को तमाम मज़ाहिब के बुनियादी बातें बतलाएं। तब ही हक़ीक़ी सैकूलर अज़म का माहौल पैदा होगा। उन्हों ने कहाकि क्रिस्चन तालीमी इदारों की तरह मुस्लिम तालीमीइदारा भी तरक़्क़ी करें। ताहम मदारिस मैं असातिज़ा के ताक़र्रुरात और बेहतर इनफ़रास्ट्रक्चर पर तवज्जा दें।

प्रोफ़ैसर अकबर अली ख़ान ने कहाकि अगर क़ानून हक्के तालीम 2010 -ए-में किसी किस्म का नुक़्स हो तो हमें चाहीए कि मिल जल कर इस पर ग़ौर करें और मोस्सर नुमाइंदगी के ज़रीया मज़कूरा नुक़्स को तरमीम के ज़रीया दूर करवा लें। इबतदा-ए-में जनाब मुहम्मद फ़ारूक़ अली ख़ान ऐडवोकेट ने क़ानून हक्के तालीम से मुताल्लिक़ ख़द्द-ओ-ख़ाल पर रोशनी डाली और मश्वरा दिया कि अक़ल्लीयतें ख़ुसूसन मुस्लिम अक़ल्लीयत एक मुत्तहदा फ़ोर्म तशकील दे आपसी मुशावरत करें। जनाब मुहम्मद साजिद अली ने बादअज़ां क़ानून हक़ तालीम, निसाब और मुस्लमानों के ख़दशात पर ख़िताब किया। जिस में उन्हों ने क़ानून हक्के तालीम की बाअज़ दफ़आत को अक़ल्लीयतों की इबतिदाई तालीम से मुताल्लिक़ मुफ़ादात के मुग़ाइर क़रार दिया।

जनाब इस्लाम उद्दीन मुजाहिद लकचरर ने कहाकि मिल्लत का बड़ा तबक़ा इस क़ानून से नावाक़िफ़ है। हमें इस क़ानून को जानने के बाद रद्द-ए-अमल का इज़हार और नक़ाइस को दूर करने का मुतालिबा करना ज़रूरी है। चूँकि तालीम के बगै़र फ़लाह-ओ-बहबूद का तसव्वुर नामुमकिन है। उन्हों ने कहाकि ऐसा महसूस होरहा है कि इस क़ानून के ज़रीया तालीम को कॉरपोरेट घरानों में तक़सीम करदिया जाई। इस तरह कुरप्शन को बढ़ावा मिलेगा। इस मौक़ा पर चेयरमैन एकेडेमी जनाब नाज़िम उद्दीन फ़ारूक़ी के तहरीर करदा किताबचा की रस्म इजरा अंजाम पाई।

जनाब इक़बाल अहमद अनजीनर के इलावा मुहम्मद अबदुलहकीम, मंज़ूर अहमद ने भी मुख़ातब किया। जनाब फ़ज़ल अलरहमन ख़ुर्रम डायरैक्टर डॉन स्कूल कन्वीनर थे। कनवेनशन में ख़ानगी मुस्लिम मैनिजमंट स्कूलस फ़ैडरेशन के ओहदेदार, स्कूल करसपानडनटस बिशमोल अय्यूब शाद करसपानडनट जवाहर हाई स्कूल भी मौजूद थे।