क़ियामगाह की तामीर गै़रक़ानूनी :जी एच्च एम सी

तेलंगाना-ओ-आंध्र प्रदेश चीफ़ मिनिस्टर्स के दरमयान जारी जंग महिकमा पुलिस-ओ-एंटी करप्शन ब्यूरो से निकल कर बलदिया तक पहुंच चुकी है।

मजलिस बलदिया अज़ीम तर हैदराबाद की तरफ से चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश एन चंद्रबाबू नायडू के घर पर ग़ैर मजाज़ तामीर के सिलसिले में नोटिस चस्पाँ की गई थी जिस पर जी एच्च एम सी ओहदेदारों ने वज़ाहत पेश करते हुए ये इद्दिआ किया हैके नायडू के घर की तामीर गै़रक़ानूनी है।

इसी तरह जी एच्च एम सी की तरफ से आंधरा प्रदेश सकरेटरीट को भी प्रॉपर्टी टैक्स के बक़ायाजात की इजराई के लिए नोटिस जारी की गई है । मिस्टर नायडू की क़ियामगाह और आंध्र प्रदेश सेक्रेट्रियट को दी गई नोटिस के हवाले से जी एच्च एम सी ओहदेदारों ने कहा है कि नायडू और उनके फ़र्ज़ंद लोकेश नायडू ने रिहायशी इमारत की तामीर के सिलसिले में एक दरख़ास्त दाख़िल की थी लेकिन क़वानीन की ख़िलाफ़वरज़ी को देखते हुए इस दरख़ास्त को मंज़ूरी फ़राहम नहीं की गई।

जी एच्च एम सी ओहदेदारों का कहना हैके एन चंद्रबाबू नायडू और नारा लोकेश नायडू की कोई दरख़ास्त जी एच्च एम सी के पास ज़ेर अलतवा नहीं है बल्कि 18 मई 2015 को दाख़िल की गई दरख़ास्त को मंज़ूर ना करते हुए 16 जून 2015 को वापिस करदी गई है।